भारत स्वाभिमान स्थापना दिवस के मौके पर श्री राजनाथ सिंह जी का भाषण (05/01/2014)

भारत स्वाभिमान स्थापना दिवस के मौके पर नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह जी ने पातंजलि योगपीठ व भारत स्वाभिमान न्यास की 21वीं वर्षगांठ पर योग गुरु स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण को बधाई दी। श्री सिंह ने कहा कि भारत स्वाभिमान की स्थापना इसलिए हुई थी, क्योंकि भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाया जा सके। भारत में पुनर्जागरण का शिलान्यास हो सके। आज देश समस्याओं से घिरा हुआ है। हर कोई परेशान है और ऐसे में लोग चाहते हैं कि देश विकसित हो सके, हमारा देश स्वाभिमानी हो सके। देश को स्वाभिमानी बनाने के लिए और विकास के लिए जरूरी है कि यहां आर्थिक विकास के साथ आध्यात्मिक विकास भी हो और जगत गुरु के पद पर आसीन होने के लिए इन दोनों का विकास काफी महत्वपूर्ण है।

भारत 17वीं शताब्दी के अंत तक समृद्धशाली था। हमारा देश सोने की चिड़िया कही जाती थी। यही कारण था कि अंग्रेज यहां खींचे चले आए। अंग्रेजों ने देश को खोखला करना शुरू कर दिया। हमारे देश की आजादी के लिए कई होनहार युवा और महापुरुष शहीद हो गए, लेकिन उन्होंने आजादी के लिए एक सपना देखा कि हमारा देश 17वीं शताब्दी की तरह फिर से खुशहाल हो जाए। देश सोने की चिड़िया फिर से हो जाए। आखिर हम उनके सपने को पूरा क्यों नहीं कर पाए ? 15 अगस्त 1947 को जब आजादी मिली, उस समय महात्मा गांधी ने कहा था कि जिस कांग्रेस के बैनर तले, लाठी थामकर आजादी की लड़ाई हम लड़े, उसे अब भंग कर दिया जाए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उसी कांग्रेस ने 55 वर्षों तक इस देश में राज किया। यह किसी राजनीतिक पार्टी के लिए कम वक्त नहीं होता है। इतने अधिक अंतराल में अगर कोई सरकार चाहे तो देश की सूरत बदल सकती है, लेकिन कांग्रेस के शासनकाल में ऐसा नहीं हुआ। प्रधानमंत्री तो बहुत सारे शासनकाल में हुए लेकिन मौजूदा हालात में जो स्थिति बनी है, वह निंदनीय है। देश के लोकतंत्र को एक परिवार ने हाइजैक कर लिया है। देश में महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो यही परिवार जिम्मेदार है। आज देश के हालात से आप परिचित हैं। ऐसे माहौल में भाजपा का यह मानना है कि आर्थिक और आध्यात्मिक विकास पर बिना गौर किए हम देश के विकास की कल्पना नहीं कर सकते। हमें हमारी संस्कृति और अपने स्वाभिमान के लिए तत्परता से एकजुट होकर काम करना होगा।

पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के छह वर्षों के शासनकाल में हमने जितनी जीडीपी की ग्रोथ रेट हासिल की थी, आज कांग्रेस के शासनकाल में जीडीपी की ग्रोथ रेट उतनी नहीं रह गई है। इतना ही नहीं, 1998 से 2004 के बीच छह करोड़ से अधिक रोजगार दिए गए, वहीं कांग्रेस के शासन में केवल 27 लाख रोजगार ही मिले। आज दूसरे राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत जिस भी राज्य में भाजपा की सरकार है, वहां के विकास को आप देख सकते हैं। उस पर ध्यान देने के बाद आप कांग्रेस और भाजपा के सरकारों की तुलना कर सकते हैं। अब तो दुनिया के राजनीतिक विश्लेषकों का भी मानना है कि भारत में अगर कोई सरकार बेहतर चला सकती है तो वह भाजपा है।

दोस्तों, हम भी चाहते हैं कि व्यवस्था में परिवर्तन हो। इसके अलावा आर्थिक, न्यायिक, प्रशासनिक, राजनीतिक का समग्र व समेतिक विकास हो। आचार्य बालकृष्ण जी के द्वारा वनस्पियों के माध्यम से तैयार की गई दवाएं गंभीर बीमारियों के इलाज में लाभकारी सिद्ध हो रही हैं। मैंने आचार्य बालकृष्ण से कहा है कि ऐसी हर्बल दवा बनाएं जो ऐसे भ्रष्टाचारियों के काम आ सके। हम राजनीति में आए हैं सरकार चलाने के लिए नहीं, देश बनाने के लिए आए हैं। काले धन पर हम ही नहीं, पूरा देश चिंतित है। इस वजह से हमारी अर्थव्यवस्था और स्वाभिमान पर भी चोट पहुंच रहा है। लालकृष्ण आडवाणी ने भी इस मुद्दे पर जागरुकता फैलाने के लिए यात्राएं की थीं। काला धन पूरे देश के लिए चुनौती है। जो भी काला धन बाहर में है, वह देश के लिए हो, वह राष्ट्रीय धन घोषित हो।

दोस्तों जहां तक बात रही करों कि तो हम भी चाहते हैं कि टैक्सेशन का बोझ जनता पर न पड़े। यह कैसे संभव हो, क्या-क्या नीतियां इस्तेमाल होंगी, इन सारी बातों पर ध्यान देने की जरूरत है और भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब आएगी, तो इस पर जरूर काम होगा। जहां तक किसानों की समस्याओं का प्रश्न है, देश के किसानों को खुशहाल किए बिना हिन्दुस्तानी की खुशहाली संभव नहीं है। मैं जब कृषि मंत्री था तो अपने मुख्य सचिव को बुलाकार कहा कि अगर गाड़ी, मोटर समेत तमाम चीजों की बीमा हो सकती है, तो किसान जब फसल बोते हैं तो उसी वक्त उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की घोषणा कर दें, ऐसा कैसे संभव है? मुख्य सचिव ने कहा, यह कैसे संभव है, तो मैंने कहा कि हर समस्या का समाधान संभव है, यह कैसे होगा, आप जानिए, बस ऐसा कुछ किसानों के हित में लागू करना है। अंततः रास्ता निकला और हमारी सरकार ने फार्म इनकम इंश्योरेंस स्कीम लागू किया था। अब जैसे ही भाजपा की सरकार आती है, हम सबसे पहले इस स्कीम को लागू करेंगे, ताकि बुआई के वक्त ही फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू किया जा सके। एक और मुद्दा है भाषा का। दोस्तों, भाषा किसी व्यक्ति की सोच और चिंतन को प्रभावित करती है। भारतीय भाषाओं को कैसे आगे लाया जा सके, इस पर काम करेंगे। मैं जब उत्तर प्रदेश में शिक्षा मंत्री था तो उस वक्त मेरी सोच थी कि कम से कम प्राथमिक शिक्षा तक की पढ़ाई भारतीय भाषाओं में हो।

दोस्तों, देश के हालात ठीक नहीं हैं। पाकिस्तान हमारे सैनिकों की गला काटकर हत्या कर देता है। चीन हमारे घर में कई किलोमीटर तक घुसकर कब्जा जमा लेता है। हमारे राजनयिक की अमेरिका में गिरफ्तारी हो जाती है। यह हमारे देश की दशा है। यह सब कांग्रेस के राज में हो रहा है। हम स्वाभिमानी ऐसी सरकार बनाना चाहते हैं जिसे पूरी दुनिया देखे। हमारा जब कोई भी पूत देश से बाहर जाए तो उसका अपना स्वाभिमान हो। मेरा नरेंद्र भाई मोदी जी पर पूरा विश्वास है और मैं चाहता हूं कि जिस तरह मोदी जी रेलवे प्लेटफॉर्म से लेकर यहां तक पहुंचे हैं, अब आप लोग उन्हें रेलवे प्लेटफॉर्म से लेकर प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाएं। अंत में मैं देश के प्रति स्वामी रामदेव के गंभीर विचारों पर उनका आभार प्रकट करता हूं। धन्यवाद।

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