भारतीय जनता पार्टी ओडिशा प्रदेश के अध्यक्ष श्री केवी देव सिंह जी। और इस देश की जनता जिसे प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है, ऐसे आदरणीय भाई नरेंद्र मोदी जी, श्री विश्वभूषण हरिचंदन जी, अखिल भारत महासचिव श्री धर्मेंद्र प्रधान, श्री जय नारायण मिश्रा जी, श्री विजय महापात्रा जी, श्री दिलीप जी, यहां के प्रभारी श्री चंदन मित्रा जी, सहप्रभारी श्री अरुण सिंह जी। यहां उपस्थित मेरे सभी सम्मानित बहनों एवं भाइयों।
बहनों-भाइयों, यहां पर अपनी आंखों के सामने मैं यह जनसभा नहीं, बल्कि जन-सागर देख रहा हूं। इतनी गर्मजोशी के साथ आपलोगों ने श्री नरेंद्र मोदी जी का स्वागत किया है। बहनों-भाइयों, मैं कह सकता हूं कि हिन्दुस्तान के जिस भी कोने में चले जाइए और इससे पहले जहां-जहां भी सभाएं हुई हैं, इसी प्रकार की गर्मजोशी हिन्दुस्तान के कोने-कोने में हमें देखने को मिली है। लेकिन भारत की परंपरा है और शिष्टाचार का तकाजा भी है, स्वागत और अभिनंदन कभी एकतरफा नहीं होना चाहिए। इसलिए मैं भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष होने के नाते ओडिशा के सभी बहनों-भाइयों को शीष झुकाकर अभिनंदन करता हूं, स्वागत करता हूं।
यह भगवान जगन्नाथ की धरती है। यह धरती भगवान बलभद्र की है। मैं उन्हें नमन करता हूं। कल ही जानकारी प्राप्त हुई है कि संबलपुर में एक नाव दुर्घटना में 32 लोगों की मौत हो गई है। बहनों-भाइयों, जानकारी प्राप्त होने के बाद हमलोगों को बेहद पीड़ा हुई है। सबसे पहले मैं भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते जो भी इस दुर्घटना में हताहत हुए हैं, उनके प्रति हृदय की गहराइयों से हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। जब-जब मैं ओडिशा आया हूं, ओडिशा के कई जिलों में अलग-अलग जगह दौरा करने का अवसर प्राप्त हुआ है। और मैंने देखा है कि जिस प्रकार ओडिशा में गरीबी है, सचमुच उस प्रकार की गरीबी हिन्दुस्तान के दूसरे राज्यों में देखने को नहीं मिलती है। लेकिन मैं इस सच्चाई को भी जानता हूं कि यह हिन्दुस्तान एक बहुत ही धनवान और अमीर राज्य है। मगर ओडिशा राज्य की जनता देश की सर्वाधिक गरीब जनता है, यह ओडिशा के साथ सबसे बड़ी विडंबना है। यदि हमारा यह ओडिशा अमीर है तो इसलिए अमीर है क्योंकि भगवान ने यहां पर प्रचूर मात्रा में संपदा दी है। यहां पर बहुत मानव संसाधन भी इस ओडिशा को प्राप्त है। इतना ही नहीं, मैं कह सकता हूं कि सारे हिन्दुस्तान में जितनी बॉक्साइड निकलती है, उसके ओर निकलते हैं। बहनों-भाइयों, यदि हिन्दुस्तान में 62 फीसदी बॉक्साइड का ओर कहीं भी मिलता है तो वह केवल ओडिशा में निकलता है। इतना ही नहीं, कोयला सारे हिन्दुस्तान से जितना मिलता है, उसका 25 फीसदी इसी राज्य ओडिशा से निकलता है। हिन्दुस्तान में जितनी मैगनीज मिलती है उसका 92 फीसदी ओडिशा से निकलता है। आयरन ओर से भी किसी प्रकार की कमी नहीं है। प्राकृतिक संपदाओं के मामले में यह ओडिशा एक धनवान राज्य है। लेकिन अगर इतना होने पर भी ओडिशा के लोग गरीब हैं तो इसके लिए मैं ओडिशा की जनता को जिम्मेदार ठहराना नहीं चाहता, बल्कि ओडिशा की जनता की गरीबी के लिए जिम्मेदार वही राजनीतिक पार्टियां हैं, जिन्होंने ओडिशा में लंबे समय तक हुकूमत करने का काम किया है। यदि इसके लिए दो राजनीतिक पार्टियों का नाम मुझे लेना हो तो कांग्रेस पार्टी और बीजेडी हैं जो ओडिशा राज्य की गरीबी के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।
सुना है कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस के उपाध्यक्ष और अघोषित प्रधानमंत्री राहुल गांधी यहां पर आए थे। उन्होंने कहा कि ओडिशा को हमने इतना पैसा दिया तो कहां चला गया वो पैसा ? क्यों नहीं ओडिशा की गरीबी समाप्त हुई ? अरे राहुल जी, मैं कहना चाहता हूं कि ओडिशा को अगर केंद्र से कोई धनराशि मिलती है तो उसमें केंद्र सरकार की कोई दया नहीं की है। सच्चाई है कि राज्य और केंद्र के बीच जो राजस्व का जो बंटवारा होता है, उस लिहाज से ओडिशा का यह अधिकार है, यहां की जनता का हक है। उस लिहाज से ओडिशा को वह पैसा मिलता है।
बहनों-भाइयों, आज कमोबेश हिन्दुस्तान में हर जगह आपको गरीबी और बेरोजगारी देखने को मिलेगी। इस गरीबी और बेरोजगारी का सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार है और स्वतंत्र भारत में कांग्रेस की सरकार रहते जितने सारे भ्रष्टाचार हुए हैं, उतना भ्रष्टाचार और किसी शासनकाल में नहीं हुआ है। सचमुच, यदि राहुल गांधी भ्रष्टाचार को रोकना चाहते हैं तो मैं अन्य सारे उदाहरण नहीं देना चाहता। उनकी केंद्र की सरकार ने जो भ्रष्टाचार किए हैं, उसका भी मैं उदाहरण नहीं देना चाहता। लेकिन ओडिशा में जो भ्रष्टाचार हुए हैं, कौन नहीं जानता है माइंस स्कैम (खदानों का घोटाला)। इतना बड़ा घोटाला इस ओडिशा में हुआ है और इसकी जांच अपनी पहल पर केंद्र सरकार ने नहीं की है, बल्कि देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने जब कहा कि ओडिशा में माइंस स्कैम हुआ है, उसकी जांच होनी चाहिए, तब जाकर केंद्र सरकार ने शाह कमीशन बनाने का काम किया। शाह कमीशन ने केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंपने में लंबा समय लगा दिया। अब जाकर मुझे जानकारी प्राप्त हुई है कि कल या परसों जाकर संसद के पटल पर उन्होंने शाह कमीशन की रिपोर्ट को प्रस्तुत किया है। लेकिन मैं ओडिशा की बहनों-भाइयों, आपको बताना चाहता हूं कि शाह कमीशन की जो रिपोर्ट है, वह पूरी रिपोर्ट संसद के पटल पर नहीं रखी गई है। तीन वोल्यूम में केवल एक वोल्यूम की रिपोर्ट ही संसद के पटल पर रखी गई है। क्यों यह सरकार इस बड़े भ्रष्टाचार को छिपाना चाहती है? मैं इस सवाल का उनसे जवाब चाहता हूं। इतना ही नहीं, वह चाहते हैं कि इसकी जांच न होने पाए। और मैं ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनाक जी को कहना चाहता हूं कि यह शाह कमीशन की रिपोर्ट आ जाने के बाद, सारे तथ्यों के सामने आने के बाद आपका भी दिल इसे स्वीकार करता होगा कि यहां ओडिशा में माइंस स्कैम हुआ है तो सचमुच इसकी सीबीआई जांच की मांग की जानी चाहिए तो यहां के मुख्यमंत्री द्वारा की जानी चाहिए। लेकिन मैं भारतीय जनता पार्टी की ओर से कहना चाहता हूं कि यह जितना बड़ा घोटाला हुआ है, इसकी जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए।
बहनों-भाइयों, कांग्रेस और यहां की सरकार की मिलीभगत है, इसीलिए यह सरकार जो तीन पेज की रिपोर्ट है, की मांग लंबे समय से हो रही थी, आज तक कांग्रेस की सरकार ने संसद में माइंस एंड मिनरल डिवेलपमेंट बिल नहीं पारित किया। उस बिल में कहा गया है कि जितनी माइंस के माध्यम से आमदनी होगी, उसका 26 प्रतिशत हिस्सा वह हमारे ओडिशा को भी मिलेगा, लेकिन इस ओडिशा के साथ अगर कोई नाइंसाफी कर रही है तो केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व की सरकार कर रही है। जहां हमारे आदिवासी जनजाति रहते हैं, उन आदिवासियों की जमीन पर जो खनन और खुदाई का काम होता है, उनका क्या हक होगा, क्या हिस्सा होगा, उन आदिवासियों का क्या अधिकार होगा, यह सबकुछ उसमें दी जा रही है, लेकिन जान-बूझकर उस बिल को टालने की कोशिश की जा रही है।
बहनों-भाइयों, यह ओडिशा की धरती भगवान बलभद्र की धरती है। भगवान बलभद्र की इस धरती पर भी या तो किसान तड़पते हुए दम तोड़ देता है, या कर्ज से डूबे रहने के कारण आत्महत्या करने को मजबूर हो जाता है। यह कैसी विडंबना है ? यही पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ है, जहां पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। डॉ. रमन सिंह हमारे मुख्यमंत्री हैं। ऐसा कभी नहीं हुआ कि वहां एक भी किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुआ हो। वहां का किसान जो कुछ भी पैदा करता है, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य है जिसे मिनियम सपोर्ट प्राइस कहते हैं, वह हमारी भाजपा की सरकार देती ही है, इसके अलावा हर क्विंटल पर 300 रुपए का बोनस भी देने की सुविधा मुहैया कराने का काम करती है। अरे नवीन जी, इस काम को आप क्यों नहीं कर सकते हैं ? यह हमारी समझ के परे है।
इतना ही नहीं, आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हमारा ओडिशा का किसान खेती-बाड़ी के लिए अगर बैंकों से कर्ज लेता है तो उसे आठ फीसदी, 10 फीसदी, 12 फीसदी का ब्याज देना पड़ता है। लेकिन चले जाइए आप छत्तीसगढ़। अगर वहां का किसान खेती-बाड़ी के कामकाज के लिए बैंकों से कर्ज लेता है तो शून्य फीसदी ब्याज दर पर भाजपा की सरकार कर्ज मुहैया कराने का काम कर रही है। आश्चर्य होता है कि ओडिशा में हमारे किसानों के साथ इस प्रकार की नाइंसाफी क्यों हो रही है ?
मैं इस सच्चाई को भी जानता हूं कि जब तक हमारे हिन्दुस्तान का किसान खुशहाल नहीं होगा, तब तक यह हिन्दुस्तान खुशहाल नहीं हो सकता, इसे भाजपा अच्छी तरह समझती है। मैं मानता हूं कि यहां की सरकार और केंद्र सरकार दोनों किसान विरोधी हैं और आपसे अपील करना चाहता हूं कि इस किसान विरोधी सरकारों को हटाया जाना चाहिए और भाजपा की सरकार को लाई जानी चाहिए।
जब मैं कभी भी ओडिशा आता हूं तो मुझे स्वाभाविक रूप से बीजू पटनायक जी की याद आती है। बहनों-भाइयों, जहां तक बीजू पटनायक जी का सवाल है, उनके प्रति भारतीय जनता पार्टी के लोगों के मन में एक बेहद आदर व सम्मान का भाव है। स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में उनका जो योगदान है, वह काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन मैं पूछना चाहता हूं यहां के मुख्यमंत्री जी से कि क्या आप बीजू पटनायक जी की विरासत के साथ नाइंसाफी कर रहे हैं। सच्चाई है कि जो यहां की सरकार को बीजू पटनायक जी की विरासत के साथ इंसाफ करना चाहिए, वह ये लोग नहीं कर पा रहे हैं।
बहनों-भाइयों, यहां पर धन-धान्य की कमी नहीं है। यहां पर बहुत सारे पर्वत हैं, जंगल हैं, सागर है। फिर भी यहां की आधी जनता गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने का मजबूर है। नौजवानों, मैं जानता हूं कि आपमें से लाखों नौजवान ऐसे हैं जिन्होंने मेहनत से पढ़ाई-लिखाई करने के बाद अपने मजबूत हाथों के लिए रोजगार की तलाश में दर-दर की ठोकरें खाने का काम कर रहे हैं। लेकिन ऐसे नौजवानों को रोजगार का अवसर नहीं मिल पा रहा है। आज मैं आपसे कहकर जाना चाहता हूं कि जिस दिन नरेंद्र भाई को आपने भारत का प्रधानमंत्री बना दिया और जिस भी नौजवान ने पढ़ाई पूरी कर ली और वह अपने योग्यता-क्षमता के बल पर रोजगार करना चाहेगा तो उसे कम से कम ब्याज दर पर कर्ज मुहैया कराया जाएगा, यह भारतीय जनता पार्टी का फैसला है।
बहनों-भाइयों, आपलोगों ने कांग्रेस की सरकार भी इस आजाद भारत में 55-56 वर्षों तक देखी है। छह वर्षों तक भाजपा नेतृत्व की एनडीए सरकार भी आपने देखी है। आप तुलना यदि करें तो स्वाभाविक रूप से बेहतर हुकूमत देने वाली अगर कोई पार्टी है तो भारतीय. जनता पार्टी है और कोई दूसरी राजनीतिक पार्टी नहीं है। ओडिशा की 25 फीसदी आबादी आदिवासियों और जनजाति भाइयों की है। शिक्षा की चिंता अगर किसी सरकार ने पहले की तो भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने की, जिसके प्रधानमंत्री आदरणीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी थे। उन्होंने एकलब्य माडला आदिवासी विद्यालय खोलकर उनकी शिक्षा की व्यवस्था की थी। यहां के आदिवासियों के कल्याण के लिए अगर स्वतंत्र भारत में किसी ने केंद्र में मंत्रालय बनाया तो भाजपा नेतृत्व की एनडीए सरकार ने बनाया। 270 जातियों को अनुसूचित जनजातियों की श्रेणी में शामिल किया जिसमें बड़ी संख्या में हमारे ओडिशा की भी जनजातियां हैं। और आज हमारे जनजाति भाइयों को भी भरोसा दिलाना चाहता हूं कि ओडिशा की कुछ और जनजाति को भी अनुसूचित जनजातियों की श्रेणी में शामिल किया जाएगा।
मैं यह मानता हूं कि जिन क्षेत्रों में हमारे ओडिशा के आदिवासी और जनवासी भाई रहते हैं, वहां के जल, जमीन और जंगल पर पहला अधिकार होना चाहिए तो आदिवासी और जनजाति भाइयों का होना चाहिए। यहां की जमीनें पट्टे पर दी जा रही हैं, लोग मालामाल हो रहे हैं। लेकिन हमारा आदिवासी और जनजाति भाई कंगाल होता जा रहा है। बहनों-भाइयों, इस देश को जितना लूटा जा सकता है, 55 वर्षों तक कांग्रेस ने लगातार लूटने का काम किया है।
अभी गुजरात में जहां के हमारे नरेंद्र भाई मुख्यमंत्री हैं, वहां पर राहुल जी गए थे और उन्होंने कहा था कि चाय बेचने वाला तो सम्मान का हकदार है, लेकिन जनता को उल्लू बनाने वाला सम्मान का हकदार कभी नहीं हो सकता है। मैं राहुल गांधी आपसे पूछना चाहता हूं कि जनता को मूर्ख बनाने का काम, उल्लू बनाने का काम स्वतंत्र भारत में अगर किसी ने किया है तो आपकी पार्टी कांग्रेस ने किया है, भारतीय जनता पार्टी ने कभी नहीं किया है। आज के 5 वर्ष पहले कांग्रेस की यूपीए सरकार, यहां के प्रधानमंत्री और साथ ही साथ यूपीए अध्यक्ष ने देश की जनता से वादा किया था कि 100 दिनों के अंदर महंगाई कम कर देंगे, मैं आप सबसे पूछना चाहता हूं कि क्या इस कांग्रेस की सरकार ने अब तक महंगाई कम की है, इसका मैं आप सबसे जवाब चाहता हूं। महंगाई बढ़ने का सिलसिला निरंतर जारी है। कौन इस बात को नकार सकता है कि स्वतंत्र भारत के इतिहस में लगतार छह वर्षों तक अगर महंगाई को रोके रखने में किसी भारतमाता के सपूत ने सफलता प्राप्त की तो उस भारतमाता के सपूत का नाम है- श्री अटल बिहारी वाजपेयी। सच्चाई है कि कांग्रेस ने 100 दिनों का वादा लिया था तो महंगाई के सवाल पर देश की जनता को कांग्रेस ने मूर्ख बनाने का काम किया है।
1970 के दशक में इंदिरा जी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था। लेकिन जब फूड सिक्योरिटी बिल संसद में पेश किया गया तो उस समय कांग्रेस के मंत्रियों ने यह कहा कि देश की दो-तिहाई जनता गरीब है, जिसे खाने के लिए दो वक्त का भोजन नहीं मिल पाता है, इसलिए फूड सिक्योरिटी बिल पेश किया जा रहा है। बहनों-भाइयों, 1970 के दशक में इंदिरा जी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था, इतने दशक बाद भी जब कांग्रेस की सरकार गरीबी को हटा नहीं पाई तो इस सवाल पर भी कांग्रेस ने देश की जनता को मूर्ख बनाने का काम किया।
मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं 1950 में दशक की। पंडित जवाहर लाल नेहरु जो भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा था कि हम राष्ट्र को बनाने का काम कर रहे हैं। और आज टेलिविजन के विज्ञापनों पर आप देख लीजिए, वहां पर भी जो विज्ञापन चल रहा है कांग्रेस का, उसमें कहा जा रहा है कि हो रहा है भारत का निर्माण- यानी 55 वर्षों के बाद भी भारत का निर्माण नहीं हो पाया है बहनों-भाइयों। तो जनता को मूर्ख बनाने का काम कौन कर रहा है, इसका फैसला आपको करना है।
मैं जानता हूं कि गुजरात में जो विकास हुआ है, उसके संबंध में अगर कोई बात कही जाती है तो कांग्रेस के लोग कहते हैं कि यह भाजपा वाले देश की जनता को मूर्ख बान रहे हैं, उल्लू बना रहे हैं। लेकिन मैं कहना चाहता हूं और पूछना चाहता हूं राहुल जी एक सवाल आपसे कि आपकी ही सरकार ने 2010 में 20 सूत्रीय कार्यक्रम में अव्वल नंबर यदि किसी राज्य को दिया था तो हमारे नरेंद्र भाई के राज्य गुजरात को देने का काम किया था। इतना ही नहीं, 2008 में सोनिया जी, आपका ही फाउंडेशन है- राजीव गांधी फाउंडेशन। विकास के मामले में राजीव गांधी फाउंडेशन ने भी यदि गुजरात की विकास के मामले में प्रशंसा करने का काम किया है तो आप देश की जनता के सामने गुजरात के मामले में मूर्ख बनाने का काम कर रहे थे। इतना ही नहीं, अमेरिका की एक पार्लियामेंट्री कमेटी ने अपने रिपोर्ट में केवल गुजरात के विकास का चर्चा नहीं किया है, बल्कि नरेंद्र भाई की भी प्रशंसा करने का काम किया है। कहिए राहुल गांधी जी, क्या आपके परिवार का राजीव गांधी फाउंडेशन और आपकी कांग्रेस नेतृत्व यूपीए सरकार और अमेरिका की पार्लियामेंट्री कमेटी, ये तीनों गुजरात के विकास की बड़ाई कर रहे हैं, सराहना कर रहे हैं तो क्या ये तीनों झूठ बोल रहे हैं ? क्या देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं ?
बहनों-भाइयों, इस देश को मूर्ख बनाने का काम कांग्रेस पार्टी कर रही है। इसलिए आज ज्यादा न कहते हुए, संकट बहुत सारे हैं। आंतरिक और बाह्य सुरक्षा का संकट है, नक्सलवाद का संकट है, बहुत सारे संकटों का जिक्र नहीं करूंगा। एक केवल आपसे वचन लेना चाहता हूं, अगर आपकी इजाजत हो तो एक वादा लेकर मैं ओडिशा से जाना चाहता हूं। क्या मैं आपसे वादा ले सकता हूं, वचन ले सकता हूं ? हाथ उठाकर बोलिए वचन देने के लिए तैयार हैं ? आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिन्होंन