भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी। हिन्दुस्तान की गरीबी, बेरोजगारी को दूर करने के लिए तथा हिन्दुस्तान को विश्व की महाशक्ति बनाने के लिए जिनके पास एक योजना है, रूपरेखा है, ऐसे भारत के भावी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और पूज्य गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी और लोकप्रिय सांसद श्री योगी आदित्यनाथ जी। हमारे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय कल्याण सिंह जी, आदरणीय कलराज मिश्र जी, आदरणीय श्री ओमप्रकाश जी, श्री रमापत त्रिपाठी, श्री विनय कटियार जी, श्री सूर्य प्रताप शाही, श्री लाल जी टंडन और हमारे राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी श्री अमित शाह, सह प्रभारी रामेश्वर चौरसिया, क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री उपेद्र दत्त शुक्ल, यहां के दूसरे सांसद श्री कमलेश पासवान, पूर्व सांसद श्री पंकज जी, महापौर श्रीमति सत्या पांडेय एवं यहां उपस्थित मेरे सभी सम्मानित बहनों व भाइयों।
बहनों-भाइयों, यहां जो कुछ भी मैं अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं, यह सभा नहीं, बल्कि सैलाब अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं। आपलोगों ने बहुत ही गर्मजोशी के साथ हमलोगों का स्वागत किया है, मैं भी अपनी व भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आप सभी का अभिनंदन करता हूं, स्वागत करता हूं। गोरखपुर विश्वविद्यालय का मैं छात्र रहा हूं। यहीं से मैंने एमएससी फिजिक्स की परीक्षा पास की और शोधकार्य किया है। गोरखपुर और पड़ोस के सारे जनपदों से मैं अच्छी तरह परिचित हूं। और मैं जानता हूं कि गोरखपुर का स्थान कोई साधारण स्थान नहीं है, बल्कि मैं कह सकता हूं कि विश्व में भारत के मानचित्र पर गोरखपुर का एक महत्वपूर्ण स्थान है। जहां तक पूज्य गोरखपीठ का प्रश्न है, सारे हिन्दुस्तान में इस गोरखपीठ के अनुयायी और श्रद्धा व आस्था रखने वालों की एक बहुत बड़ी जमात है। और यहीं गोरखपुर से थोड़ी दूर पर छपिया नामक स्थान है जहां पर स्वामी नारायणजी 18वीं शताब्दी में पैदा हुए थे और आज उनके अक्षर मंदिर के नाम से लक्ष्मी नारायण संप्रदाय के लोगों की बहुत बड़ी जमात सारे हिन्दुस्तान में ही नहीं, बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में भी फैली हुई है।
आज ऐसे अवसर पर हमलोग यहां गोरखपुर में मौजूद हैं और जिस तारीख 23 जनवरी को हमलोग गोरखपुर की रैली को संबोधित करने के लिए खड़े हुए हैं तो बहनों-भाइयों आपको याद होगा कि यही 23 जनवरी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिन भी है। ओड़िशा के कटक में जहां सुभाष चंद्र बोस पैदा हुए थे, उसी कटक में जहां सुभाष चंद्र बोस का स्मारक बना हुआ है, घर रहा है, आज वहां उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद सीधे मैं यहां पहुंचा हूं। एक बार फिर मैं आज अपनी तरफ से व समस्त बहनों-भाइयों की तरफ से उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उत्तर प्रदेश का जहां तक सवाल है, हम सभी जानते हैं कि दो साल से यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार चल रही है। दो साल पहले समाजवादी पार्टी के नेताओं ने उत्तर प्रदेश की जनता को बहुत सारे सपने दिखाए थे। लेकिन दो साल में ही सपा की सरकार ने उन सारे सपनों को तोड़ दिया है। केवल यहां पर संप्रदाय विशेष और वोट बैंक बनाने की राजनीति की जा रही है। दो साल के अंदर सैकड़ों सांप्रदायिक दंगे और सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं समाजवादी पार्टी के शासनकाल में हुई हैं। क्या कारण है कि जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार आती है, तब यहां सांप्रदायिक दंगे और तनाव की घटनाएं तेज हो जाया करती हैं ? क्योंकि मैं जानता हूं कि उत्तर प्रदेश के समाज को मजहब के आधार पर और धर्म के आधार पर बांटकर यह समाजवादी पार्टी बराबर सरकार बनाने की कोशिश करती है। लेकिन राजनीति केवल सरकार बनाने के लिए नहीं की जानी चाहिए मुलायम सिंह यादव और मायावती जी, बल्कि उत्तर प्रदेश में राजनीति की जानी चाहिए तो उत्तर प्रदेश को बनाने के लिए। इतनी छोटी सोच को लेकर हम उत्तर प्रदेश की जनता का कल्याण नहीं कर सकते हैं। गरीब गरीब होता है, उसकी कोई जाति नहीं होती, कोई पंथ नहीं होता, कोई मजहब या धर्म नहीं होता। लेकिन गरीबों की गरीबी भी धर्म के आधार पर, मजहब के आधार पर दूर करने के लिए कोई सरकार योजना बनाएगी, उसका फैसला करेगी। अभी आप यह भी घटना जानते हैं कि ऐसे लोग उत्तर प्रदेश के, जिनके ऊपर आतंकवाद के आरोप थे, भले ही उनके ऊपर आतंकी वारदातों में भाग लेने के आरोप हों, लेकिन सरकार ने आदेश जारी कर दिया कि इनके सारे मुकदमे वापस कर लिए जाएंगे। मैं तो सचमुच आभार व्यक्त करना चाहता हूं इस उत्तर प्रदेश की न्यायपालिका पर, एक सत्र न्यायाधीश ने यह फैसला किया कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा जो यह आदेश जारी किया गया, वो सरासर गलत है और न्यायालय ने इस आदेश को निरस्त कर देने का काम किया था। मुजफ्फरनगर में जिस तरह की सांप्रदायिक वारदात हुई, समाजवादी पार्टी की सरकार ने सूझबूझ नहीं दिखाई।
कुछ लोग तो इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि मुजफ्फरनगर को जो सांप्रदायिक दंगा है, यदि वह हुआ है और बढ़ा है तो यह उत्तर प्रदेश की सरकार के कारण। मोदी जी शायद आपने कभी नहीं सुना होगा कि बच्चों को भी संप्रदाय और धर्म के आधार पर स्कॉलरशिप इस उत्तर प्रदेश में दी जाती है। नौजवान, जो केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी पूंजी है, सबसे बड़ी थाती है, इन नौजवानों के साथ भी जाति-पंथ के आधार पर यह उत्तर प्रदेश की सरकार भेदभाव करने की कोशिश करती है। यह काम केवल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने ही नहीं किया है, बल्कि यही काम केंद्र में कांग्रेस की सरकार भी बराबर करती रही है। एक कम्यूनल वॉयलेंस बिल हमारी भारत की सरकार ने लाने की कोशिश की। अगर अल्पसंख्यक से कोई बात हो जाती है, विवाद हो जाती है, भले ही उसका वह दोषी हो, वह उसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। जो बहुसंख्यक हैं, जिम्मेदारी उसके ऊपर तय की जाएगी, एक ऐसा कम्यूनल वॉयलेंस बिल लाने की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने फैसला किया कि संसद में हम किसी सूरत में इस कम्यूनल वॉयलेंस बिल को नही पारित होने देंगे। राजनीति अगर की जानी चाहिए तो जाति-पंथ और मजहब के आधार पर नहीं, बल्कि इंसाफ और इंसानियत के आधार की जानी चाहिए, बहनों और भाइयों।
आज कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी कहती हैं कि भारतीय जनता पार्टी भारतीय समाज को बांटना चाहती है। यह आरोप लगाया जाता है और भारत के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी हमारे भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में कहते हैं कि यदि वह भारत के प्रधानमंत्री बन गए तो देश बर्बाद हो जाएगा। बहनों-भाइयों जब सोनिया जी कहती हैं भाजपा देश को बांटने का काम करती है तो मुझे सचमुच हंसी भी आती है और मैं कुछ अपने-आपको असहज भी महसूस करता हूं। हमलोगों की तरफ एक कहावत है- सूप बोले तो बोले, चलनी का बोले, जामे 70 छेद। अब कांग्रेस पार्टी जिसके रहते हुए हजारों दंगे इस हिन्दुस्तान में हुए हैं, वह कांग्रेस पार्टी भाजपा पर आरोप लगाएगी कि यह पार्टी हिन्दुस्तान के समाज को बांटने का काम करती है। मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं, इससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी ने इस हिन्दुस्तान में सरकार चलाई है और आज हिन्दुस्तान के कई राज्यों में भी हमारी सरकारें चल रही हैं। बहनों-भाइयों, सब मिलाकर देख लिया जाए, तो शायद एकाध कभी दंगे हो गए होंगे तो हो गए होंगे, लेकिन कोई भी सांप्रदायिक दंगा और तनाव जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकारें हैं, उन राज्यों में नहीं होने पाया है। अटल बिहारी वाजपेयी भी भारतीय जनता पार्टी के नेता रहे हैं और भारत के प्रधानमंत्री बने। क्या कोई नेता उन पर आरोप लगा सकता है ? नरेंद्र भाई का जहां तक प्रश्न है, प्रधानमंत्री यह कहते हैं कि प्रधायमंत्री अगर नरेंद्र मोदी बन गए तो सारा देश बर्बाद हो जाएगा। अरे, प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी, मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि अगर नरेंद्र भाई के प्रधानमंत्री बनने से यह देश बर्बाद हो जाएगा, तो क्या आपके प्रधानमंत्री बनने से यह देश आबाद हो गया है ? क्या तमाशा करना चाहते हैं ?
बहनों-भाइयों 67 वर्षों तक आजादी के काल में 55 वर्षों तक अखंड हुकूमत यदि किसी राजनीतिक पार्टी ने किया है, तो वह कांग्रेस पार्टी ने किया है। 12 वर्षों से हमारे नरेंद्र भाई गुजरात की सरकार चला रहे हैं, कौन नहीं जानता है कि विकास के मामले में केवल भारत के अर्थशास्त्री ही नहीं, बल्कि विश्व का अर्थशास्त्री यह कहता है कि विकास के मामले में हिन्दुस्तान का अगर कोई मॉडल स्टेट है तो उस स्टेट का नाम है- गुजरात।
आज हमारे उत्तर प्रदेश में जहां लंबे समय से समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की सरकारें रही हैं, क्यों सांप्रदायिक दंगे हुए ? कल्याण सिंह जी हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं, रामप्रकाश जी मुख्यमंत्री रहे हैं, मैं रहा हूं, कभी कोई तनाव की घटना अगर हो भी गई होगी तो वह 10 से 15 घंटे में शांत हो गई होगी। और गुजरात के अल्पसंख्यकों का जहां तक सवाल है, तो मैं आज कह सकता हूं कि आज गुजरात में रहने वाला हमारा अल्पसंख्यक समुदाय का व्यक्ति प्रति व्यक्ति आमदनी जितनी गुजरात के अल्पसंख्यक की है, हिन्दुस्तान के किसी राज्य के प्रति व्यक्ति आमदनी उतनी नहीं है। कैसे कोई आरोप लगा सकता है कि जाति, पंथ और मजहब के आधार पर इन्होंने भेदभाव करने को कोशिश की है ? मजहब के आधार पर भारत का विभाजन अगर किसी ने किया है तो कांग्रेस ने किया है। हिंदु आतंकवाद की बात अगर किसी ने की है तो केंद्र सरकार के मंत्री श्री शिंदे ने की है। बहनों-भाइयों 1984 का जो दंगा है, उस दंगे को भी अगर किसी ने करवाने का काम किया है तो कांग्रेस ने किया है। हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सांप्रदायिक पार्टी अगर कोई है तो कांग्रेस पार्टी है और अगर कोई सेकुलर पार्टी इस हिन्दुस्तान में है तो भारतीय जनता पार्टी है, यह मैं दावे के साथ कह सकता हूं।
नरेंद्र भाई, जहां तक गोरखपुर के इस क्षेत्र का प्रश्न है, आज भी गरीबी, ये जो नौजवान खड़े हैं, किस बेरोजगारी के संकट से इन्हें गुजरना पड़ रहा है, वो मैं भी जानता हूं। इस उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं। बहनों-भाइयों जानते हैं, ऐसा क्यों हुआ है ? जिन लोगों के हाथों में आपने सत्ता की बागडोर सौंपी है, आपके भविष्य के साथ उन्होंने क्रूर तथा घिनौना मजाक किया है और आज पढ़ाई-लिखाई की बात छोड़िए, रोजगार की बात छोड़िए, मासूम बच्चे, छोटे-छोटे बच्चे गोरखपुर, देवरिया, बस्ती और गोरखपुर के आस-पास जितने जनपद हैं, वहां से प्रति वर्ष मष्तिस्क ज्वर, इंसेफ्लाइटिस से मर जाते हैं, लेकिन उनकी चिंता करने वाला इस उत्तर प्रदेश में कोई भी राजनीतिक पार्टी नहीं है। मैं तो सचमुच बधाई देना चाहता हूं योगी आदित्यनाथ जी को, जब भी इंसेफ्लाइटिस का कोई भी मामला आपके सामने आया होगा, तो आपकी आवाज को संसद में प्रभावी तरीके से बुलंद करने का काम अगर किसी ने किया है तो आपके इस लोकप्रिय सांसद ने किया है। और मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि जिस दिन हमलोगों की सरकार बन गई, मष्तिस्क ज्वर पर कैसे रिसर्च हो सकता है, कैसे नई-नई दवाओं का इजाद हो सकता है और ऐसे मासूम बच्चों के लिए, गरीब बच्चों के मुफ्त इलाज के लिए बेहतर से बेहतर कैसे चिकित्सालय बनाया जा सकता है, इसकी मुकम्मल व्यवस्था यदि किसी राजनीतिक पार्टी की सरकार कर सकती है तो केवल भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार कर सकती है।
यहां पर बड़ी संख्या में किसान मौजूद हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या इस धान की खरीद ठीक तरीके से हो गई कि नहीं ? गेहूं की खरीद हुई थी ठीक या नहीं हुई थी ? बिजली आ रही है या नहीं आ रही है ? नौजवानों को रोजगार मिला की नहीं मिला ? यही सपा की सरकार ने कहा था कि एक साल के भीतर 18 से लेकर 24 घंटे की बिजली मुहैया कराएंगे। रोजगार भी नहीं मिला, ऐसे हालात यहां पर पैदा हो गए हैं। सबसे पहले मैं किसान भाइयों, आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं, जिस दिन भाजपा की सरकार बन गई, एक साल के भीतर एक ऐसी व्यवस्था हम लागू करेंगे, भारत सरकार में कृषि मंत्री रहते हुए वह फॉर्मूला मैंने तैयार किया था, कृषि आमदनी बीमा योजना। वह फॉर्मूला है- खेल की बुआई के वक्त ही, उस फसल की न्यूनतम आमदनी तय कर दी जाएगी। यदि उतनी आमदनी उस फसल पर नहीं हुई तो उसकी भरपाई बीमा कंपनी के द्वारा की जाएगी, सरकार के द्वारा की जाएगी।
बहनों-भाइयों, आप जाकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान कहीं भी देख लीजिए। वहां पर खेती-बाड़ी करने के लिए किसानों को हमारी भाजपा की सरकारें शून्य फीसदी ब्याज पर कर्ज मुहैया करा रही हैं। क्या आप सबने इसकी कल्पना पहले की थी ? सरकार कैसे चलाई जाती है, इसकी कल्पना अगर किसी को सीखनी है तो भाजपा की जो सरकारें हैं उनसे ये कला सीखनी चाहिए।
बहनों-भाइयों, आज मैं यही कहना चाहता हूं कि हिन्दुस्तान की अकेली भारतीय जनता पार्टी है जिसने न कभी कांग्रेस से समर्थन लिया है, न दिया है। लेकिन फिर भी भारत की राजनीति में कांग्रेस से बड़ा कद बनाने में हमने कामयाबी हासिल की है, इसलिए मैं कहता हूं कि आपका सपना यह है की नहीं- ‘कांग्रेस-मुक्त भारत बनना चाहिए’। एक हिन्दुस्तान में स्थायी सरकार बनाने के लिए जो अच्छा सुशासन दे सके, मैं आप सबसे यही अपील करने आया हूं कि 13 निर्वाचन क्षेत्रों के आप मतदाता हैं। बहनों-भाइयों, प्रत्याशी मत देखो, इस बार देखों कि हमें किसे प्रधानमंत्री बनाना है। यदि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हो तो आपसे एक आश्वासन झोली फैलाकर मांग रहा हूं कि 13 में 13 प्रत्याशी को जीताकर भाजपा की झोली में डाल दीजिए, मैं आपको एक स्पष्ट बहुमत की व स्थायी सरकार दूंगा। इतना ही कहते हुए एक बार फिर से आप सबका अभिनंदन व स्वागत करते हुए मैं अपना निवेदन समाप्त करता हूं।