मंडी में मौजूद यह IIT campus केवल हिमाचल प्रदेश में ही नही बल्कि भारत के प्रीमियर Educational Institutions में से एक है। आमतौर पर राजनेताओं को लोग Convocation Ceremony में बुलाते हैं, मगर आप लोगों ने मुझे Foundation Day पर बुलाया है। यह मेरे लिए अपने आपमें एक Pleasant Surprise है।
सबसे पहले तो मैं आप सभी लोगों को IIT मंडी के 16th Foundation Day की बधाई देता हूं और आने वाले साल के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
राजनीति में आने से पहले मैं शिक्षक ही था, और आप जानते हैं, कि, Once a teacher, always a teacher. तो जैसे ही मुझे आप सभी teachers और students बीच आने का अवसर मिला, मैंने तुरंत ही, इसके लिए हामी भर दी, और आज मैं आप सभी के बीच हूँ।
साथियों, पिछले 15 सालों में, यहां के Teachers, alumni, और आप सभी Students ने, देश के, बल्कि मैं कहूँ कि दुनिया के educational Map पर, IIT Mandi को जो स्थान दिलाया है, उसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं।
आज मुझे “Guidance and Counselling Centre” के नए भवन के inauguration करने का भी अवसर मिला। GCS, IIT Mandi की community को और भी Vibrant, बनाने में सहायक होगा। इसके अलावा आज, “Centre for Continuing Education” के नए भवन का भी inauguration हुआ है। मुझे विश्वास है, कि इससे Science, Technology, Engineering, Mathematics तथा Management में, IIT Mandi के contribution को और अधिक मजबूती मिलेगी।
साथियों, IIT मंडी ancient और modern यानि पुरातन और नूतन का संगम है। जैसा कि हम सब जानते हैं, मंडी का यह इलाका न सिर्फ प्राकृतिक रूप से सुंदर है, बल्कि यह अपना एक ऐतिहासिक महत्व भी रखता है। कहा जाता है, कि महाभारत काल में लाक्षागृह के बाद, पांडव कुछ दिन मंडी में भी ठहरे थे। बौद्ध मठों की भी लम्बे समय से यहाँ मौजूदगी देखने को मिलती है। यानि महाभारत काल से बौद्ध काल तक, और मध्यकालीन भारत से लेकर ब्रिटिश शासन तक, मंडी किसी न किसी रूप में, जाना जाता रहा है। आज भी हमें, यहाँ कई सारे ancient sculptures, architecture और temples देखने को मिलते हैं। ऐसे historical place पर, Technology के power house के रूप में IIT का होना, निश्चित रूप से antiquity और modernity के co-existence का एक symbol है।
आज जब, हम सब, आईआईटी मंडी के 16वें स्थापना दिवस को ‘Celebrate’ करने के लिए यहाँ एकत्रित हुए हैं तो मैं एक महत्वपूर्ण बात कहना चाहता हूँ। किसी भी ‘Institution’ की स्थापना के पीछे एक Vision और ‘Mission’ होता हैं। और एक Educational Institution के लिए तो उसका ‘Vision’ सहज रूप से युवा छात्र-छात्राओं को जीवन में Excellence achieve करके Nation Building में अपना contribution देने के लिए तैयार करना ही होता हैं।
जैसा कि मुझे बताया गया हैं आईआईटी मंडी का Vision, Science और Technology Education में Leader बनना हैं। और साथ में Knowledge Creation और Innovation को बढ़ावा देकर एक Just, Inclusive और Sustainable Society का निर्माण करना हैं।
मैं मानता हूँ कि यह अपने आप में एक बहुत ही ‘Noble Vision’ हैं। Knowledge creation and innovation is the most essential condition for the progress of society, and we should promote and encourage it in every measure.
किसी भी समाज के विकास के लिए ‘Invention’ और ‘Innovation’ बहुत महत्वपूर्ण होता हैं। पर ‘Invention’ और ‘Innovation’ ensure करने के लिए सबसे जरूरी होता हैं ‘Ideation’. और ‘Ideation’ सुनिश्चित करने के लिए हमें ‘Free Flow of Ideas’ और ‘Critical Thinking’ को Encourage करना होगा। मुझे लगता है कि इसके लिए आईआईटी जैसे Institution से बेहतर कोई और जगह नहीं हो सकती।
आज पूरा विश्व ‘Technological Dominance’ के लिये एक Unprecedented Race का हिस्सा बना हुआ है। इसको समझने के लिए मैं आपके सामने एक Number रखना चाहता हूँ। अप्रैल 2024 तक दुनिया भर में 5.44 बिलियन लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे थे, जो विश्व की कुल आबादी के 67.1% के बराबर है। भारत में भी मोबाईल का प्रयोग किस हद तक हो रहा है यह आप सब भी जानते है।
आज पूरी दुनिया Technological Development में भारत के Importance और Contribution को Acknowledge कर रही है। भारतीय Technological Sector के अगले 5 वर्षों में 300-350 बिलियन US Dollar तक पहुँचने की उम्मीद है।
आज भारत का Telecom Sector पूरी दुनिया में दूसरे नंबर पर है। भारत विश्व में मोबाइल हैंडसेट के दूसरे सबसे बड़े Manufacturer के रूप में भी emerge हो रहा है।1.25 लाख से अधिक Startups और 110 UNICORN के साथ भारत विश्व के तीसरे सबसे बड़े ‘Startup Ecosystem’ के रूप में भी उभरा है।
Fintech से लेकर E-Commerce तक, Edtech से लेकर Cleantech तक, भारत के ‘Tech Entrepreneurs’ न सिर्फ़ भारत बल्कि पूरे विश्व के ‘Technlogical Paradigm’ को ‘Shape’ दे रहे हैं।
अगर मैं, इसी संदर्भ में Artificial Intelligence की बात करूं तो हम सब ये मानेंगे कि AI आज एक revolutionary transformation के रूप में सामने आया है। आज Artificial Intelligence के रूप में, एक बहुत बड़ा technological disruption हमारे सामने है।
एक तो AI, अपने आप में, एक नई Development है। इसके पूरे implications अभी समझे ही जा रहे हैं। परन्तु इसमें भी हमें लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। दुनिया की बड़ी-बड़ी companies ने, billions of dollars खर्च करके, generative chatbots जैसे Super-structure का निर्माण किया। Definitely, उन chatbots ने, पूरी दुनिया को प्रभावित किया। लेकिन हाल के समय में आपने देखा होगा, कि अचानक से इस क्षेत्र में, एक और disruptive development हुआ है।
एक तरफ़ जिन models को develop करने में billion dollars खर्च हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ़ बहुत ही कम cost में, उसी प्रकार के, AI models भी, successfully launch किये गए हैं।
Technology में आए disruption के इस दौर का, एक और उदाहरण quantum computing है। जब तक हम, quantum computing से परिचित नहीं हुए थे, तब तक हमारे लिए Computing की दुनिया में, supercomputer सबसे बड़ी चीज थी। पर आपने देखा होगा, कि अभी हाल ही में, google ने Willow नाम के एक Quantum chip को introduce किया है।
गूगल का दावा है, कि यह chip उन calculations को भी बस 5 मिनट में कर सकता है, जिसे करने में दुनिया के सबसे advance supercomputer को भी, 10 सेप्टिलियन years लगेंगे। मतलब universe की अब तक की age से भी कहीं ज्यादा समय लग जाएगा, लेकिन google willow उस calculation को महज कुछ मिनट में ही कर सकता है। यह सुनने में भले ही अविश्वसनीय लग सकता है, लेकिन दुनिया इस ओर आगे बढ़ चुकी है।
Artificial Intelligence का भविष्य, तथा इसके द्वारा Driven activities, जैसे कि Genome Technology, Space technology तथा Clean-tech, Quantum computing पर ही निर्भर करेगी। इस नए AI-driven world में, supercomputer की भी Limited applicability होगी, और आगे का भविष्य, Quantum Computing का है।
मुझे यह कहते हुए बड़ी खुशी हो रही है, कि Technological revolution के field में, भारत भी बदलती दुनिया के साथ, कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा है। भारत सरकार भी, Artificial Intelligence, और Next Generation Technologies की importance को समझते हुए, इस ओर pro-actively प्रयास कर रही है।
हमारी सरकार, इस प्रकार की critical और cutting edge technological development को बढ़ावा देने की दिशा में, अनेक initiatives ले रही हैं। चाहे 2021 में launch हुआ, India semiconductor mission हो, या फिर India-AI Mission. इसी प्रकार भारत सरकार ने 2020 में, National Mission on Quantum Technologies and Applications, launch किया।
इसके अलावा, Mission on Advanced and High Impact Research, यानि MAHIR, वर्ष 2023 में शुरू किया गया। इसका उद्देश्य Clean energy solutions, और smart grid जैसी modern technology के research, development और performance में तेज़ी लाना है। National Supercomputing mission भी, देश की Computing power को बढ़ावा देने का अपनी तरह का बड़ा प्रयास है।
मैं आपको यह सब इसलिए बता रहा हूं क्योंकि मैं चाहता हूँ की आप समझे की आजके भारत में Innovative और Hardworking लोगों के लिए अवसरों की कोई कमी नहीं है। आपके पास ‘Vision’ होना चाहिए, ‘Mission Mode’ में काम करने का जज़्बा और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने का ‘Passion’. And then even the sky is not the limit. there is a sea of opportunities in front of you. all you need is to channelise your opportunity in the right direction.
आज़ादी के दशकों बाद तक, भारत को एक ‘Third World Country’ कहा गया। मैं मानता हूँ कि आज़ादी के बाद हमारे सामने बहुत सी चुनौतियाँ रही। किन्ही कारणों से इन चुनौतियाँ ने हमारे देश की कई पीढ़ियों में एक निराशा का भाव पैदा कर दिया। हमारे युवा सपने देखने से डरने लगे। सपने देखे भी तो अमेरिकन। Our Youth Started Having American Dreams.
यही वजह थी कि आजादी के बाद दशकों तक हमारे देश के युवावर्ग को अपने सपनों को पूरा करने के लिए विदेश जाना पड़ता था। पर आज आपके पास अपने सभी सपनों को पूरा करने के Sources और Resources यानि साधन और संसाधन दोनों हैं। जरूरत है तो सिर्फ संकल्प शक्ति की।
साथियों, आज समय बदल गया हैं। यह ‘Indian Dream’ का समय हैं। आज आप अपने इस देश में, अपने भारत में रहकर कोई भी सपने देख सकते हैं, और उन्हें अपने संकल्प और साधना से पूरा भी कर सकते हैं। और यह कोई Rhetorical Statement नहीं बल्कि एक Well Established Fact है।
जैसा कि मैंने पहले भी कहा कि भारत World Platform पर सबसे Vibrant Startup Ecosystem में से एक के रूप में उभरा है। इसने तीसरे सबसे बड़े Startup Hub के रूप में अपनी जगह बनाई है। 100 से अधिक यूनिकॉर्न के साथ, भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम Innovation और Entrepreneurship के फ्यूचर को shape दे रहा है।
आज भारत एक Strong Digital Economy बन के उभर रहा है। वर्ष 2024 में, 171 बिलियन UPI Transactions हुए, जिसकी total value लगभग 245 लाख करोड़ रूपए है। दुनिया के किसी भी देश में, इस level की Digital Transaction नहीं होती है। आज UPI भारत की एक बड़ी Success Story बन चुकी है।
ऐसे अनेक उदाहरण भारत में मौजूद हैं, जहां हमारे सामने जब कोई नई technology आई है, तो हमने उसे एक challenge के रूप में नहीं, बल्कि एक opportunity के रूप में देखा है। हमनें उस opportunity को grab किया है, और उसमें mastery भी हासिल की है। देखिये, कि E-commerce और Fintech जैसी चीज़ें, जो आज से कुछ वर्षों पहले हमनें सुनी भी नहीं थी, आज वह एक reality है, और हमारा देश इन areas में भी, लगातार नए-नए records बना रहा है। यह जो उदाहरण मैं दे रहा हूं, इसके पीछे एक message है, और यह message सिर्फ IIT Mandi के लिए ही नहीं, बल्कि भारत के सभी technology institutes के लिए है।
इस समय आप लोग अपनी prime youth में है। यह age दिमागी तौर पर, बहुत ही fertile और creative age होती है। इसलिए चाहे वह Artificial Intelligence हो, Robotics हो, Drone Technology हो, Quantum Technology, Cyber Security, Blockchain, या Data Science या फिर इस प्रकार की और Technology हो; इन सभी New technologies में आपके पास बहुत कुछ करने की संभावनाएं है और आप capable भी है।
एक कहावत है, कि पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं। अर्थात कोई बच्चा किस प्रकार की हरकतें कर रहा है, इस बात से उसके भविष्य का मोटा-मोटा अंदाजा मिल जाता है। पिछले 15 वर्षों में IIT Mandi ने, जो extraordinary काम किया है, उसे देखते हुए, मैं निश्चित रूप से यह कह सकता हूं, कि IIT मंडी का भविष्य बहुत उज्ज्वल है।
साथियों, देश का रक्षा मंत्री होने के नाते, आप लोगों से मेरी कुछ expectations हैं। मैं Defence related technology में IIT Mandi से, और भी बड़े participation की उम्मीद रखता हूँ। मुझे यह जानकर बड़ी खुशी हुई, कि IIT Mandi, DRDO के साथ मिलकर कई Research problems पर बड़े close coordination के साथ काम कर रहा है। इसके अलावा G-20 के दौरान भी, आपने “Technology for Defence” की theme के साथ, एक event का आयोजन किया था। यह सारी बातें दिखाती हैं, कि आप Defence sector में, भारत को edge प्रदान करने के लिए Committed हैं।
लेकिन बात वही आ जाती है, ये दिल माँगे मोर। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते जाते हैं, हमारी आशाएँ और आकांक्षाएँ तेजी से बढ़ती जाती हैं।
यानि आगे आपको और भी ज्यादा actively काम करना होगा। आज भारत को अपना AI-driven war doctrine बनाने की जरूरत है। Defence के लिए, indigenous AI chips बनाने की जरूरत है। Cyber security को ध्यान में रखते हुए, firewalls develop करने की जरूरत है। मेरा मानना है, कि इसमें IIT Mandi एक बड़ी भूमिका निभा सकता है। मुझे बताया गया, कि यहाँ ऐसे Researchers हैं, जो Robotics, Drone technology, AR-VR technology पर अच्छा काम कर रहे हैं। आने वाले समय में आप इन sectors में, और इसी प्रकार के अन्य cutting edge technologies में भी, बढ़-चढ़कर contribute करेंगे।
आज का समय अगर एक शब्द से Define हो सकता हैं तो वह हैं ‘Abrupt and Fast Paced Change’। हर चीज़ की तरह Technology में भी तेजी से बदलाव आ रहा हैं। ऐसे में आपके सामने बड़ा Challenge हैं, ख़ुद को इस Fast Changing Technology के लिए Adapt करना। पर यह भी ध्यान रखिएगा कि आपको खुद को सिर्फ़ Adapt करने तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि New Technologies के Creation पर भी ध्यान देना चाहिए। You don’t need to be only adapter but also be a disrupter of new technologies.
प्यारे बच्चों, अब तक मैंने जो कुछ भी आपको बताया है, वह आपको ‘Professional Field’ में Excellence achieve करने में मदद कर सकता है। लेकिन शिक्षा का Sole objective केवल युवाओं को ‘Successful Professional’ बनाने तक ही सीमित नहीं होता है। Education की एक और बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है और वह है ‘Character Building’, यानी ‘चरित्र निर्माण’।
अभी हाल ही में, मुझे श्री सी राजगोपालाचारी जी की एक स्पीच को पढ़ने का मौक़ा मिला। राजाजी ने अपनी उस स्पीच में जो बात कही थी, उसका एक छोटा सा अंश में आप सभी के सामने पढ़ना चाहूँगा।
I quote, “All learning should develop personality, otherwise it is worthless in every sense. On the other hand, if this aspect of university aims be kept in mind, every variety of study will be rich in fruit. Be it science, technical training, economics, history, law, domestic science, or whatever else it may be, it would—each one of these—be an ample field for making a boy or girl a leader of men, provided that, along with intellectual equipment, the development of personality received attention.” Unquote.
आज इस Prestigious Institute का Foundation Day है, इसलिए मैं शिक्षकों से यही कहना चाहता हूं कि उन्हें Personality Development और Character Building के इस पहलू पर भी ध्यान देना चाहिए। उनका विज़न और मिशन इसके बिना, सही मायनों में और समग्र रूप से पूर्ण नहीं हो सकता।
आज भारत हर एक क्षेत्र मे आत्मनिर्भर बन रहा हैं। आज भारत एक सशक्त राष्ट्र के रूप मे खुद को स्थापित कर रहा हैं। ऐसे मे आप सभी एक नए Self Confidence और Energy के साथ भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। भारत के पहले Indigenous Aircraft Carrier INS विक्रांत का Indian Navy में Commission किया जाना हम सब के लिए बहुत ही गर्व का पल था। आज भारत उन Select Nations में शामिल हो गया है, जिसने पास एक से अधिक Aircraft Carrier हैं। इतना ही नहीं, भारत उस Elite Club में भी पहुंच चुका है, जो इतने बड़े Aircraft Carrier का Indigenous Production करने में सक्षम हैं।
अभी हाल ही की खबर हैं। भारतीय सेना ने ‘Ammuniation’ में 88% आत्मनिर्भरता हासिल की। यह मुमकिन हो पाया हैं तो ‘Indian Story’ मे विश्वास करने वाले लोगों की लग्न और मेहनत की वजह से।
एक समय था देश में लगभग 65-70 फ़ीसदी रक्षा सामग्री आयात की जा रही थी। आज तस्वीर बदल गयी है। अब देश में केवल 35 फ़ीसदी रक्षा सामान ही आयात हो रहा है। बाक़ी 65 फ़ीसदी सामान यहीं भारत में बन रहा है।
इतना ही नहीं अब हम भारत में बने रक्षा सामानों का एक्सपोर्ट भी कर रहे हैं और साल 2023-24 में भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 21000 करोड़ रुपये को पार कर गया है। इस साल हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट्स नए रिकॉर्ड्स बनाने जा रहा है। हमारा लक्ष्य है साल 2029 तक पचास हज़ार करोड़ रुपए तक के डिफेंस एक्सपोर्ट्स करना।
आज भारत तेजस के माध्यम से अपने फाइटर एयरक्राफ़्ट ख़ुद बना रहा है। हम एयरक्राफ्ट और इंजन डेवलपमेंट के काम को next level पर ले जाने के लिए काम कर रहे हैं। ड्रोन्स का क्या महत्व यह भी आप लोग अच्छी तरह समझते हैं। मैं मानता हूँ कि ड्रोन्स और एयरोस्पेस सेक्टर में तेज़ी लाने के लिए कम से कम हर IIT में center ऑफ़ excellence होने चाहिए।
आप सभी, IIT Mandi के positive environment का पूरा लाभ उठाएं। जो Teachers, Libraries, Labs आपको यहाँ मिल रहे हैं, उनको पूरा utilize करिये। “You are here, not only to gain knowledge, but also to create it.” आप जो inventions करेंगे, जो ideas लेकर आएँगे, वही आने वाली generations के लिए भी, torch bearer का काम करेगा। इसलिए यह जरूरी है, कि हर प्रकार के challenges से निपटने के प्रति, आप courage दिखाएं। ताकि जब आप यहाँ से निकलें, तो एक ऐसे valuable human resource के रूप में निकलें, जिससे आप देश की प्रगति की जिम्मेदारी उठा सकें। हमारा देश भारत, जिन brilliant minds के भरोसे, विकसित राष्ट्र बनने का सपना देख रहा है, वो और कोई नहीं बल्कि आप सभी युवा ही हैं।
साथियों, मैं समझता हूं, कि जब आप IIT मंडी से बाहर निकलेंगे, जब आप नौकरी के माध्यम से, स्टार्टअप के माध्यम से, या फिर किसी अन्य माध्यम से, देश की economy में अपना योगदान देना शुरू करेंगे, तो उस समय आपको एक और IIT करने की जरूरत है। और वह IIT है- Initiate, improve और Transform.
आप चाहे जहाँ भी रहें, पर आप हमेशा कुछ नया initiate करने का प्रयास करें। वह initiation काम के प्रति हो सकता है, reform के प्रति हो सकता है, technology adaptation के प्रति हो सकता है, technology creation के प्रति हो सकता है। आपके पास risk taking capability है। आपके पास आगे बढ़कर, नेतृत्व करने की क्षमता है। इसलिए आप प्रयास करें, कि आपलोग जीवन में नए-नए initiatives लें।
उस IIT का दूसरा word है, Improvement. जब आप कोई भी नया काम शुरू करेंगे, जब आप initiate करेंगे, तो संभव है कि उसमें, कुछ limitations होंगी, कुछ कमियां भी निकल कर सामने आएंगी। आपको उन कमियों को दूर करना होगा, आपको खुद को लगातार improve करना होगा। तभी जाकर आप उन लक्ष्यों को प्राप्त कर पाएंगे, जिनको ध्यान में रखकर, आपने कुछ नया initiate किया था।
यहाँ आप सभी युवाओं से, मैं एक बात और कहना चाहता हूँ। जब आप Initiate करेंगे, तो आपको जीवन में सफलताएँ और विफलताएँ दोनों मिलेंगी। आपको बस यह याद रखना है, कि जब आप improvement पर focus रखेंगे, तो उस स्थिति में आपके failures भी, आपको कुछ न कुछ सिखा कर ही जाएँगे। Failures will never “DEFINE” you. They will only “REFINE” You. यानि असफलता से बिखरेंगे नहीं बल्कि और अधिक निखर के सामने आएंगे।
जब आप IIT के इन 2 words, initiation और improvement पर ध्यान देंगे, तो इसका तीसरा word यानि Transformation तो अपने आप ही होगा।
यह हम सब की Responsibility यानि की जिम्मेदारी है, कि हमें जो समाज विरासत में मिला है, हम उससे बेहतर समाज, उससे बेहतर दुनिया, अपनी आने वाली पीढियों को दें। समाज में यह जो transformation आएगा, यह initiation और improvement से ही आएगा।
2047 तक, यदि हमें एक विकसित राष्ट्र बनना है, तो उसके लिए Initiation, Improvement और Transformation, तीनों की ही आवश्यकता है। भारत की इस आवश्यकता की पूर्ति, सिर्फ आप सभी युवा ही कर सकते हैं। आप में से कई सारे बच्चे, यहाँ से निकलकर बड़े-बड़े Packages पर, बड़ी-बड़ी Companies में काम करेंगे। लेकिन यह बात ध्यान रखियेगा कि लोग आपको, आपके Packages से न जानें, बल्कि Initiate, Improve, और Transform करने की आपकी Capability से जानें।
आप चाहे किसी बड़ी company में काम करें, या फिर अपना खुद का start-up शुरू करें, मुझे पूरा विश्वास है कि किसी भी role में, आप अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएंगे, और अपने माता-पिता, अपनी society, IIT Mandi तथा इस देश का नाम रोशन करेंगे। मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं।
मैं IIT Mandi का आभार व्यक्त करता हूँ, कि आपने इस prestigious मौके पर, मुझे आमंत्रित किया। हम सब निश्चित रूप से, आपस में मिलकर, विकसित भारत के निर्माण के लिए, पूरी मेहनत और लगन के साथ काम करेंगे। अंत में एक बार फिर से, आप सभी को IIT Mandi के foundation day पर, ढेर सारी बधाई देते हुए, मैं अपनी बात समाप्त करता हूँ।
आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!