जातिगत जनगणना को लेकर भ्रम फैला रही है कांग्रेस, झारखंड में बोले रक्षा मंत्री

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा झारखंड के खूंटी और चतरा की जनसभा में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिन्दु

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने नक्सलवाद के ख़िलाफ़ पूरे देश में प्रभावी कारवाई की जिसके परिणामस्वरूप आज झारखंड समेत देश के अधिकांश ज़िलों में से नक्सली हिंसा लगभग समाप्त हो गई है। देश में नक्सलवाद ख़त्म होकर रहेगा

कांग्रेस के लोगों को याद दिलाना चाहता हूँ कि साल 2011 में एक सामाजिक-आर्थिक जातीय जनगणना हुई  थी और जिस पर करीब 46 लाख जातियां-उपजातियां और गोत्र निकल कर आये थे। यह संख्या इतनी बड़ी थी कि उस समय जिन लोगों ने यह रिपोर्ट तैयार की थी, उन लोगों ने इस रिपोर्ट को भी सार्वजनिक नही किया था।

अब कांग्रेस के नेता दावा कर रहे हैं कि जब हमारी सरकार बन जायेगी तो हम जातिगत जनगणना करायेंगे। यह जाति का पिटारा खोल कर कांग्रेस क्या करना चाहती है और किसका आरक्षण काटना चाहती है।

कांग्रेस ने 50 वर्षों तक इस देश में हुकूमत की है तो पहले क्यों नही चिंता की कि जातिगत जनगणना करानी चाहिये और जाति के आधार पर लोगों को आरक्षण की सुविधा देनी चाहिये।

भाजपा अंतिम सीढ़ी पर बैठे हुए व्यक्ति का उत्थान चाहती है, उनका विकास चाहती, उनके पिछड़ेपन और गरीबी को समाप्त करना चाहती है और इसके लिए मोदी सरकार ने कई कदम उठाए हैं परन्तु कांग्रेस ने क्या किया केवल हिन्दुस्तान को गरीब बनाया है।

झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी के नेता बताएं कि आखिर झारखंड में आदिवासियों की संख्या 52% से घटकर 28% क्यों हो गई? झारखंड के हालात बदतर हो चुके हैं, स्कूलों में सरस्वती वंदना नहीं होती, हिन्दू त्योहारों पर पत्थरबाजी होती है।

झारखंड में अवैध घुसपैठिए आ गये हैं।  हालात इतने ख़राब हैं कि स्कूलों में सरस्वती वंदना तक पर रोक लगानी पड़ी है। अब यहाँ तीज-त्योहारों में भी पत्थरबाजी की घटनायें होने लगी हैं। जेएमएम और कांग्रेस की सरकार में झारखंड में सांप्रदायिकता का ज़हर तेज़ी से फैल रहा है

कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद ने भारत की जनता से जो भी वादे किए, उन्हें कभी पूरा नहीं किया, केवल जनता को झूठे आश्वासन देकर जनता को गुमराह किया।

झारखंड में 5 वर्षों से झामुमोकांग्रेस और राजद की सरकार है, 5 वर्षों में इन्होंने झारखंड में लूट का माहौल बना दिया है। भ्रष्टाचार के मामले में स्वयं झारखंड के मुख्यमंत्री जेल जा चुके हैं।  ‘जेएमएमका अर्थ अबजमकर मलाई मारोबन चुका है।

एनडीए ने 2012 में आदिवासी समाज के पी ए संगमा जी को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया, पहली बार दलित समाज के रामनाथ कोविन्द जी को भी राष्ट्रपति बनाने का कार्य भारतीय जनता पार्टी ने किया था और देश को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति भी भाजपा ने दी।

झारखंड में धान का मूल्य₹ 2,100 प्रति क्विंटल है लेकिन बीजेपी की जीत के बाद यह मूल्य तुरंत बढ़ाकर ₹3,100 कर दिया जाएगा, और पूरी राशि बिना किसीकटनीछटनीके सीधे बैंक खातों में पहुंचेगी।

माननीय केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज शनिवार को झारखंड के खूंटी और चतरा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए एनडीए गठबंधन द्वारा आदिवासी कल्याण के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख किया और झारखंड में भ्रष्टाचार को लेकर झामुमो व कांग्रेस की आलोचना की। इस कार्यक्रम के दौरान मंच पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और पूर्व भाजपा सांसद श्री करिया मुंडा, नागालैंड से राज्यसभा सांसद श्रीमती एस फांगनोन कोन्याक, भाजपा प्रत्याशी श्री नीलकंठ सिंह मुंडा, पूर्व भाजपा सांसद श्री लखन लाल साहू, विधानसभा प्रभारी श्री ओम सिंह  सहित अन्य नेतागण उपस्थित रहे।

केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री सिंह ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को झारखंड ही नहीं बल्कि पूरा भारत कभी नहीं भूल सकता। भगवान बिरसा मुंडा को राष्ट्रीय मंच पर सम्मान देने की पहल पहली बार किसी पार्टी ने की है तो वो भारतीय जनता पार्टी ने की है। झारखंड में लंबे समय तक मंत्री रहे भाजपा प्रत्याशी श्री नीलकंठ सिंह मुंडा को उनकी ईमानदारी के लिए जाना जाता है, उनके पर कभी कोई भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा पाया। भारतीय जनता पार्टी और श्री नीलकंठ सिंह मुंडा झारखंड की जनता से किए गए हर वादे को पूरा करेंगे। 1951 से ही, जब भारतीय जनता पार्टी को जनसंघ के नाम से जाना जाता था, पार्टी ने अपने घोषणापत्र में किए गए हर वादे को लगातार पूरा किया है। 2014 में जब श्री नरेन्द्र मोदी जी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया, तब से भाजपा के घोषणापत्र के हर वादे को पूरा किया गया है।

श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेता दावा कर रहे हैं कि जब हमारी सरकार बन जायेगी तो हम जातिगत जनगणना करायेंगे और भारत में कुल कितनी जातियां है हम इसका पता लगायेंगे। मैं कांग्रेस के लोगों को याद दिलाना चाहता हूँ कि साल 2011 में एक सामाजिक-आर्थिक जातीय जनगणना हुई  थी और जिस पर करीब 46 लाख जातियां-उपजातियां और गोत्र निकल कर आये थे। यह संख्या इतनी बड़ी थी कि उस समय जिन लोगों ने यह रिपोर्ट तैयार की थी, उन लोगों ने इस रिपोर्ट को भी सार्वजनिक नही किया था। समाज कल्याण मंत्रालय के अनुसार अनुसूचित जातियां लगभग 1200 से अधिक थी और अनुसूचित जनजातियां लगभग 750 से अधिक थी और ओबीसी जातियां लगभग ढाई हजार के आस-पास थी। यह जात का पिटारा खोल कर कांग्रेस किसका भला करना चाहती है। कांग्रेस ने 50 वर्षों तक इस देश में हुकूमत की है तो पहले क्यों नही चिंता की कि जातिगत जनगणना करानी चाहिये और जाति के आधार पर लोगों को आरक्षण की सुविधा देनी चाहिये। मैं कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री खड़गे जी से यह कहना चाहता हूं कि हजारों-लाखों की संख्या में जो जातियां हैं उनके कल्याण के लिए आपके पास क्या रूपरेखा है, आपके पास क्या ब्लू प्रिंट है, क्या रोड़ मैप है इसके बारे में सबसे पहले देश की जनता को बताया जाना चाहिये। लाखों जातियां, उपजातियां, गोत्र आप कैसे उनको आरक्षण की सुविधा मुहैया करायेंगे और किस जाति को कितना आरक्षण का लाभ मिलेगा यह देश की जनता को बताया जाना चाहिये। आप जातिगत जनगणना की बात करते है और उसके आधार पर लोगों को आरक्षण की सुविधा देंगे, इसके लिए क्या रूपरेखा है आपके पास। एक बार वह रूपरेखा कांग्रेस और इंडि एलायंस के लोगों को लेकर आनी चाहिये ताकि देश में एक बार उस पर खुली बहस हो सके। भाजपा अंतिम सीढ़ी पर बैठे हुए व्यक्ति का उत्थान चाहती है, उनका विकास चाहती, उनके पिछड़ेपन और गरीबी को समाप्त करना चाहती है और इसके लिए मोदी सरकार ने कई कदम उठाए हैं परन्तु कांग्रेस ने क्या किया केवल हिन्दुस्तान को गरीब बनाया है।

केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री सिंह ने कहा कि यदि कांग्रेस को लगता है कि भाजपा ने अपने किसी भी वादे को पूरा नहीं किया है, तो वे साहस के साथ आगे आएं और जनता की अदालत में अपना पक्ष रखें। भाजपा उनके हर आरोप का जवाब देगी। हम पूरी निष्ठा से यह कह सकते हैं कि कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, और राजद ने भारत की जनता से जो भी वादे किए, उन्हें कभी पूरा नहीं किया। उन्होंने केवल जनता को झूठे आश्वासन देकर गुमराह किया। भारतीय जनता पार्टी की ईमानदारी पर कोई प्रश्न नहीं उठा सकता। भाजपा जो कहती है, उसे पूरा करती

श्री सिंह ने कहा कि झारखंड में 5 वर्षों से झामुमोकांग्रेस और राजद की सरकार है, 5 वर्षों में इन्होंने झारखंड में लूट का माहौल बना दिया है। भ्रष्टाचार के मामले में स्वयं झारखंड के मुख्यमंत्री जेल जा चुके हैं। लंबे समय से देश के कई राज्यों में भाजपा की सरकार है लेकिन किसी भी मुख्यमंत्री पर आज तक एक भी भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है। झारखंड में श्री बाबू लाल मरांडी, श्री अर्जुन मुंडा और श्री रघुवर दास जी भाजपा के मुख्यमंत्री रहे, उन पर भी कभी भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा। झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी के नेता बताएं कि आखिर झारखंड में आदिवासियों की संख्या 52% से घटकर 28% क्यों हो गई? झारखंड के हालात बदतर हो चुके हैं, यहां स्कूलों में सरस्वती वंदना नहीं होती, हिन्दू त्योहारों पर पत्थरबाजी होती है। झामुमो और कांग्रेस ने झारखंड को सांप्रदायिकता की आग में झोंक दिया है। झारखंड के आदिवासी समाज की संस्कृति आज खतरे में आ गई है। राज्य में नक्सलियों का बोलबाला था, भारतीय जनता पार्टी ने भारत की धरती से नक्सलवाद को समाप्त करने के संकल्प पर कार्य किया और पहले की अपेक्षा देश में नक्सलवाद कम हुआ है।

केन्द्रीय रक्षामंत्री ने कहा कि पहले झामुमो ने श्री चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया लेकिन हेमंत सोरेन के वापस आते ही उन्हें पद से हटा दिया गया क्योंकि 2 महीने के लिए मुख्यमंत्री बनकर हेमंत सोरेन राज्य को लूटने का अवसर खोना नहीं चाहते थे। झामुमो ने आदिवासी समाज के साथ छल किया है, उनके विकास के नाम पर अपनी जेब भरी है। वर्ष 2012 में आदिवासी समाज के पी ए संगमा जी को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का कार्य एनडीए ने किया। पहली बार दलित समाज के रामनाथ कोविन्द जी को भी पहली बार राष्ट्रपति बनाने का कार्य भारतीय जनता पार्टी ने किया था, पहली आदिवासी महिला के रूप में श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी को भी राष्ट्रपति भाजपा ने ही बनाया। झामुमो और उनके साथी कह रहे हैं कि वो कश्मीर में धारा 370 को बहाल करके सरकार को गिरा देंगे। अब तक कांग्रेस ने 90 निर्वाचित राज्य सरकारों को गिराया है, लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कभी भी किसी निर्वाचित राज्य सरकार को नहीं गिराया।

श्री सिंह ने कहा कि छठ पर्व समाप्त हो चुका है, लोकतंत्र का पर्व भी अपने अंतिम चरण में है। जैसेजैसे लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, जनता को इस बात का विश्वास हो रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में झारखंड में एनडीए की सरकार बनने जा रही हैजेएमएमका अर्थ अबजमकर मलाई मारोबन चुका है। झारखंड में राजनीतिक माहौल स्पष्ट रूप से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में है। श्री मंडल मुर्मू ने पहले विधानसभा चुनाव के लिए हेमंत सोरेन की उम्मीदवारी का समर्थन किया था, लेकिन जल्द ही उन्हें यह एहसास हुआ कि जनता का रुझान बीजेपी की ओर है। इसे समझते हुए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। बीजेपी के नेतृत्व में झारखंड में एनडीए सरकार बनने के बाद एक नया कानून लाया जाएगा जिसके तहत घुसपैठियों द्वारा कब्जा की गई जमीन को असली मालिकों को लौटाया जाएगा, वन अधिकार प्रमाण पत्रों का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा, आदिवासियों और अनुसूचित जातियों के खिलाफ वन विभाग द्वारा दर्ज मामलों की समीक्षा की जाएगी और उन्हें वापस लिया जाएगा। एलपीजी गैस सिलेंडर ₹500 में दिए जाएंगे और हर साल दो सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे। अगले पांच वर्षों में 5 लाख स्व-रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे और 2,27,500 सरकारी पदों को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से भरा जाएगा। बीए और एमए के स्नातकों को उनके करियर बनाने में मदद करने के लिए ₹2,000 प्रति माह दो वर्षों के लिए प्रदान किए जाएंगे।फूलो झानो पढ़ो बिटियायोजना के तहत, राज्य की पिछड़ी और वंचित समुदायों की प्रत्येक लड़की को केजी से लेकर पोस्टग्रेजुएट स्तर तक मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाएगी

केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि झारखंड में धान का मूल्य  ₹2,100 प्रति क्विंटल है लेकिन बीजेपी की जीत के बाद यह मूल्य तुरंत बढ़ाकर ₹3,100 कर दिया जाएगा, और पूरी राशि बिना किसीकटनीछटनीके सीधे बैंक खातों में पहुंचेगी। वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं और दिव्यांगों की मासिक पेंशन बढ़ाकर ₹2,500 की जाएगी। सिद्धो-कान्हू के नाम पर एक शोध केंद्र स्थापित करने के लिए ₹500 करोड़ का निवेश किया जाएगा। भगवान बिरसा मुंडा, सिद्धो कानो, और नीलांबर पीतांबर जैसे आदिवासी नेताओं को सम्मानित करने के लिए स्मारक, सूचना केंद्र और प्रदर्शनियों का आयोजन भी किया जाएगा। केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने लोगों से अपील की कि वे बीजेपी उम्मीदवार श्री नीलकंठ सिंह मुंडा को रिकॉर्ड मतों से विजयी बनाएं ताकि भारतीय जनता पार्टी को एक निर्णायक और ऐतिहासिक जीत प्राप्त हो सके।