केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, “भारत पड़ोसी देशों के साथ अच्छे सम्बंध चाहता है” 28-जनवरी, 2015.

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, “भारत पड़ोसी देशों के साथ अच्छे सम्बंध चाहता है”

केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह कहा कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे सम्बंध रखना चाहता है। आज कानपुर में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के समारोह को सम्बोधित को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि भारत-चीन सीमा के सम्बंध में हमारी समझ में मतभेद दिखता है और हमारा प्रयास इस समस्या का कोई समाधान निकालने पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन को आगे आना चाहिए क्योंकि भारत इस समस्या का समाधान चाहता है।

श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत एकमात्र देश है जो पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है परन्तु कई देश ऐसे हैं जिन्हें भारत और अमेरिका के मजबूत होते हुए सम्बंध पसंद नहीं है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि शीघ्र ही सीमा पर मोबाईल टॉवर सुविधा शुरू की जाएगी जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में कार्यरत जवान फोन के जरिए अपने घर परिवार वालों से बातचीत कर सकेंगे। श्री सिंह ने कहा कि 134 मोबाईल टॉवर स्थापित करने की मंजूरी दे दी गई है। सीमावर्ती क्षेत्रों में बेहतर बुनियादी ढांचा मुहैया कराने का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि नई सीमावर्ती सड़कों को मंजूरी दे दी गई है। इसके अलावा 27 प्राथमिकता वाली सीमावर्ती सड़कों के लिए कार्य प्रगति पर है।

श्री सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने हाल में ही इजराइल का दौरा किया और इजराइल द्वारा सीमा की सुरक्षा के लिए उपयोग में लाई जाने वाली आधुनिक प्रौद्योगिकी को भी देखा। आईटीबीपी की सराहना करते हुए श्री सिंह ने कहा कि आईटीबीपी ने भी ई-ऑफिस की शुरूआत करने का हर संभव प्रयास किया है और अधिकतम डिजिटिलीकरण की ओर अग्रसर है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि उनके पिछले 7-8 महीनों के कार्यकाल के दौरान उन्होंने समस्याओं को समझ लिया है जिनसे आईटीबीपी कर्मी जूझ रहें हैं। आईटीबीपी के जवान तमाम उम्र बर्फीले क्षेत्र और पहाड़ों पर अपनी सेवाएं देते हैं। श्री सिंह ने आश्वासन दिया कि उन्हें भी रोटेशनल स्थानांतरण की सुविधा दी जाएगी ताकि कठीन और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों के अलावा आईटीबीपी के जवानों को मैदानी इलाकों में भी अपनी सेवाएं देने का मौका मिल सके।

इससे पहले श्री राजनाथ सिंह कानपुर के महाराजपुर स्थित आईटीबीपी के 32वें बटालियन के नए भवन का उद्घाटन किया।