मेरे प्यारे सैनिक भाइयोंएवं बहनों,
सम्पूर्ण राष्ट्र कल 73वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। इस शुभ अवसर परसशस्त्र सेनाओं में सेवारत आप सभी सैनिकों को मैं अपनी ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ। थल सेना, नौसेना, वायुसेना एवं तटरक्षक बल के सभी सेवारत कार्मिकों तथा पूर्व-सैनिकों को भी मैं अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।सशस्त्र बल के वे कार्मिकजो अपने परिवारों से दूर रहकर पर्वतों, जंगलों, रेगिस्तानों और गहरे समुद्रों में निरंतर सेवारत हैंउनके परिवार के सदस्यों को भी मैं शुभकामनाएं देता हूँ।
इस शुभ अवसर परमैं राष्ट्र की रक्षा में अपने प्राणो की आहुति देने वाले उन वीर सपूतों के परिवारजनों के प्रति भी अपनी कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ। कृतज्ञ राष्ट्र उनके इस सर्वोच्च बलिदान के लिए उनका सदैव ऋणी रहेगा।
देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले महान वीरों के लिए एक अलग से समर स्मारक (warmemorial) बनाए जाने की मांग स्वतंत्रता प्राप्ति से की जा रहीथी। परंतु कुछ कारणों से war memorial बनने में देरी होती रही। आज से पांच साल पहले, जब हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सक्षम नेतृत्व में हमारी सरकार सत्ता में आई, हमारी सरकार ने इस कार्य को करने की ज़िम्मेदारी उठाई। आखिरकार, राष्ट्रीय राजधानी के मध्य में शहीदों के लिए एक उपयुक्त राष्ट्रीय war memorial बनकर तैयार हो गया। आदरणीय प्रधानमंत्री ने 25 फरवरी को इसे देश को समर्पित किया।
मित्रों,इस वर्ष कारगिल युद्ध के 20 वर्ष पूरा होने की सालगिरह मना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने शहीदों को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि प्रत्येक भारतीय नागरिक ने हमारे बहादुर सैनिकों की बहादुरी की प्रेरणादायी गाथा और राष्ट्र के प्रति उनकी समर्पण भावना को याद किया। हम अपने शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे। साथ ही यह संकल्प भी करते हैं कि तिरंगे की आन बान और शान सदा कायम रखेंगे।
हमारा पड़ोसी देश,जम्मू-कश्मीर पर बराबर बुरी निगाह लगाए रखता है। वह हमारे भूभाग में आतंकवादियों को भेजता रहता है तथा कश्मीर घाटी में शांति को भंग करता रहता है। 14 फरवरी2019 को पुलवामा में एक आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 बहादुर जवान शहीद हुए थे। इससे पहले कि पाकिस्तान समर्थितआतंकवादी कोई और आतंकी हमले की योजना बनाते, हमारी सेनाओं ने सीमा पार कर उनके launchpadsको हवाई हमलों के द्वारा नेस्तनाबूद कर दिया।
मेरे बहनो-भाइयों,बदलते वैश्विक परिदृश्य मेंरणक्षेत्र सिर्फ जल, थल, वायु तक सीमित नहीं रहेंगे बल्कि स्पेस और साइबर स्पेस में भी इनका विस्तार होगा ही। इसलिए भारत को technological edge बनाए रखते हुए किसी भी संभावित घटना के लिए तैयार रहना होगा। इस बात का ध्यान रखते हुए हमनें इस वर्ष 27 मार्च को सैटेलाइट रोधीमिसाइल टैस्ट ‘मिशन शक्ति’का प्रक्षेपण किया है। भारतीय रक्षाअनुसंधानएवं विकास संगठन,जिसे डीआरडीओ कहते हैं,ने बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस इंटरसेप्टर मिसाइल को ‘हिट टू किल’सिस्टम द्वारा लो अर्थ ऑरबिट में भारतीय ऑरबिटिंग टारगेट सैटेलाइटको सफलतापूर्वक गिरा डाला। इसके साथ ही भारत संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन जैसे चुनिंदा देश, जिनके पास ऐसीSpace Powerहै, उनमें शामिल हो गया। फिर भी मैं यह बात दोहराना चाहूँगा कि हमारे देश की रक्षा नीति Regional Continental & Global level पर शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के लिए है।
सशस्त्र सेनाएं हमारे देश की सुरक्षा में अग्रणी भूमिका निभाती हैं। मैं आपको यह विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि सरकार आपके मनोबल को बढ़ाने और आपकी व्यावहारिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। प्रधानमंत्री के सक्षम नेतृत्व में हमारी सशस्त्र सेनाओं का तेज़ी से आधुनिकीकरण किया जा रहा है। सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंगो के बीच भागीदारी के उनके सपने को पूरा करने के लिए हम अथक प्रयास कर रहे हैं।
मेरे प्यारे सैनिक भाइयों एवं बहनों,इसके अलावा, Indigenisation को बढ़ावा देने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ के अंतर्गत Defence Production में निजी क्षेत्र की साझेदारी को बढ़ानेके प्रयास किए जा रहे हैं। ग्यारहवीं डिफेंस एक्सपो इंडिया 2020 लखनऊ में आयोजित करने की योजना है। इससे भारतीय रक्षा उद्योग को अपनी क्षमता और export potentialको achieve करने में मदद मिलेगी।
अभीहाल ही में, भारतीय थलसेना ने पोखरन फील्ड फायरिंग रेंज सेतीसरी पीढ़ी की टैंक रोधीगाइडिड मिसाइल का सफल परीक्षण किया। इस फायर एवं फोरगेट श्रेणी की मिसाइल को सभी मौसमों में रात एवं दिन उच्च किलेबंदी के शत्रु टैंको को ध्वस्त करने के लिए विकसित किया गया है।यह मिसाइल रेगिस्तान के प्रचण्ड गर्मी में भी चार किलोमीटर की दूरी तक सटीक वार करने की क्षमता रखती है।
मई 2019 में भारतीय वायु सेना ने अपने अग्रणी सुखोई 30 लड़ाकू विमान से ब्रहमोस airversion मिसाइल को सफलतापूर्वक फायर किया है। मई 2019 में एक बार फिर से सुखोई 30 से एक 50 किलोग्राम की श्रेणी केInertialguided bomb का सफलतापूर्वक हवाई परीक्षण किया गया है।इसने अपेक्षित रेंज तकवारकर अपने लक्ष्य को भेदा है। एलसीए तेजस ने 10 सितंबर को उड़ान के दौरान ईंधन भरने के परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया जो operationalclearance की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
मेरे प्यारे सैनिक भाइयों एवं बहनों,हमनें तीनों सेनाओं के उप प्रमुखों को revenue procurementकी शक्तियों में पहले से बढ़ोतरी की है ताकि वे निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी लायी जा सके। नए अधिकारों के साथ उप प्रमुखों की Financial Powers को 100 करोड़ [रुपए]से बढ़ाकर 500 करोड़ [रुपए]कर दिया गया है। इससे सशस्त्र सेनाओं के लिए हथियार एवं गोला-बारूदकी जरूरतों को पूरा करने में तेज़ी आएगी।
मेरे प्रिय जवानों, जून के महीने से, शांत क्षेत्रों में तैनात तीनों सशस्त्र सेनाओं के अफसरों के लिए ‘ration in kind’को फिर से शुरू किया गया है।अब, सशस्त्र सेनाओं के peace station पर तैनात अफसरों सहित सभी को राशन दिया जाएगा। गौरतलब हैकि सभी जवानों को पहले से ही यह सुविधा उपलब्ध है।
सरकार ने हाल ही में शहीदों के आश्रितों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति में बढ़ोतरी की है। इस वर्ष मार्च के महीने में दिल्ली छावनी स्थित बेस अस्पताल में एक जन औषधि केंद्र भी शुरू किया गया। यह pilotproject केंद्र, जो प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना से जुड़ा हुआ है, बाजार मूल्य से सस्ती दर पर दवाएं उपलब्ध कराने में सहायक होगा। बाद में इसे देश के अन्य भागों में भी शुरू किया जाएगा। पिछले वर्ष अक्तूबर महीने में हमनें अरूणाचल प्रदेश के तवांग एवं तेंगा में प्रथम पूर्वसैनिक ईसीएचएस polyclinic भी खोले हैं।
तटरक्षक बल सहित हमारी सशस्त्र सेनाएं disasters के समय लोगों कि सेवा में सदैव हाजिर रहती हैं। चाहे साइक्लोन फैनी, गाजा या ऑक्की हो,आपदा प्रभावित लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए हमारे अफसरों एवं जवानों ने अथक परिश्रम किया।
मेरे प्यारे सैनिक भाइयों एवं बहनों,इन्हीं शब्दों के साथ, एक बार फिर से मैं आपको व आपके परिवार के सदस्यों को 73वें स्वतंत्रता दिवस की संध्या पर हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत को अंग्रेजी दासता से मुक्ति दिलाने के लिए कठिन संघर्ष किया। कृतज्ञ राष्ट्र की आशाएं एवं अकांक्षाएं अब आप पर टिकी हैं कि आप अपने पूरे सामर्थ्य के साथ इसकी सीमाओं की रक्षा करते रहें।
इन्हीं शब्दों के साथ मैं एक बार फिर से आप सभी को स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें देता हूँ।
जय हिंद!