रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने देश में एकल प्लास्टिक उपयोग के खिलाफ जागरूकता जगाने के लिए स्वच्छ्ता पखवाड़े के एक अंग के रूप में दिल्ली कैंट में विशेष प्रचार जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने इस क्षेत्र से कचरा एकत्रित हुए स्वयं इस आयोजन में भाग लिया। इस आयोजन में स्कूली बच्चों सहित 3,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया और भारी मात्रा में एकल प्लास्टिक कचरे को एकत्रित किया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने थूकने को अपराध के बराबर संज्ञा दी थी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से महात्मा गांधी ने सत्याग्रहियों की एक सेना खड़ी की थी, उसी प्रकार से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छाग्रहियों की एक सेना को खड़ा किया है। बहुत कम समय में, स्वच्छ भारत एक मिशन बन गया है। देश में 700 से अधिक जिले खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) बन गए हैं। देश में दस करोड़ साठ लाख शौचालयों का निर्माण किया गया है। अब एकल प्लास्टिक उपयोग को कम करने की बारी है। श्री राजनाथ सिंह ने अपील करते हुए कहा कि आइए हम एकल प्लास्टिक उपयोग के उपयोग के खिलाफ जागरूकता पैदा करें।
रक्षा मंत्री ने स्थानीय थिएटर ग्रुप द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक की सराहना की। उन्होंने आयोजन में उपस्थित लोगों को स्वच्छ भारत की शपथ भी दिलाई। इस कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण पर प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के खिलाफ जागरूकता फैलाने, स्वच्छता के संबंध में व्यवहार परिवर्तन लाने और कैरी बैग, प्लास्टिक कटलरी, प्लास्टिक की पानी की बोतलें आदि सहित एकल प्लास्टिक के उपयोग को छोड़ने के लिए किया गया है।
रक्षा राज्य मंत्री श्री श्रीपद नाइक ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से एकल प्लास्टिक उपयोग को बंद करने की अपील करते हुए कहा कि यदि लोग अपने साथ बैग ले जाना शुरू करते हैं, तो एकल प्लास्टिक का उपयोग धीरे-धीरे कम हो सकता है। ऐसा करने से हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं से बचा पाएंगे। उन्होंने लोगों से प्लास्टिक के बजाय पर्यावरण अनुकूल चीजों का इस्तेमाल करने का भी आग्रह किया।
रक्षा मंत्रालय 400 से अधिक स्थानों पर देशभर में विशाल प्लॉगिग कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। तीनों सेनाओं, भारतीय तटरक्षक बल, सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उद्यम, ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी), कैंटोनमेंट बोर्ड, नेशनल कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी), सीमा सड़क संगठऩ (बीआरओ) और विभिन्न अन्य असंगठित क्षेत्रों के कई अन्य रक्षा प्रतिष्ठानों में इस तरह के आयोजन होते हैं।
सेना ने सियाचिन से लेकर जैसलमेर और भुज से बैरेंगटे (मिजोरम) तक देश के 17 स्थानों पर कचरे की सफाई की है। इसी तरह, भारतीय नौसेना ने मुंबई से करवर (कर्नाटक) और कोलकाता से विशाखापत्तनम तक 30 स्थानों पर कचरे की सफाई की है। भारतीय वायु सेना ने हिंडन से अपर शिलांग (मेघालय) और नागपुर से त्रिवेंद्रम तक 150 स्थानों पर कचरे को साफ किया है। तीन सेनाओं के अलावा, आईसीजी ने अपने 47 स्थानों, छावनी बोर्डों ने 62 स्थानों, एनसीसी ने 18 स्थानों, सैनिक स्कूलों ने 31, बीआरओ ने 18 और रक्षा खातों के नियंत्रक महाप्रबंधक ने 20 स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाऐ हैं।
इस व्यापक आयोजन का उद्देश्य समाज में प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करने और आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाने के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस आयोजन का नारा है प्लास्टिक से रक्षा–स्वच्छता ही सुरक्षा । देशभर में होने वाले इन आयोजनों के दौरान स्वच्छता गान बजाया जाता है। सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम जैसे कि छात्रों के बीच नुक्कड़ नाटक, बहस, क्विज़, चित्रकला प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा।