रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह अपनी दो देशों जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा के दूसरे चरण में आज टोक्यो से सियोल पहुंचे।
श्री राजनाथ सिंह ने कोरिया गणराज्य के प्रधानमंत्री श्री नाक-योन से मुलाकात की और भारत तथा कोरिया गणराज्य के बीच द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत बातचीत की। श्री सिंह ने कहा कि भारत और कोरिया गणराज्य स्वाभाविक साझेदार हैं। उन्होंने कहा कि कोरिया गणराज्य की ‘न्यू सदर्न पॉलिसी’ और भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ से दोनों देशों के बीच विशेष कूटनीतिक साझेदारी से जुड़े भविष्य के कार्यक्रम को बल मिलेगा। मुलाकात के दौरान, रक्षा मंत्री ने कोरियाई प्रायद्वीप में शांति व स्थिरता के लिए कोरिया गणराज्य के प्रधानमंत्री के निरंतर प्रयासों को लेकर उनकी सराहना की।
गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर को उद्धृत करते हुए, जिन्होंने एक बार कहा था कि कोरिया ‘पूरब का प्रकाश’ है, श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कोरिया गणराज्य निरंतर ‘पूरब का प्रकाश’ बना हुआ है।
कोरिया गणराज्य की तीन दिन की यात्रा के दौरान, श्री राजनाथ सिंह अन्य कार्यक्रमों के साथ-साथ, कोरिया गणराज्य के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री श्री जियांग क्योंग-डू के साथ बातचीत करेंगे।