रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार सैन्य बलों के आधुनिकीकरण को उच्च प्राथमिकता देती है। रक्षा पीएसयू के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर उन्होंने आज भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) का निरीक्षण किया।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जहां तक संभव होगा स्वदेशीकरण को प्रोत्साहन दिया जाएगा। रक्षा संबंधी उपकरणों का आयात उस स्थिति में ही किया जाएगा, जब इनका निर्माण स्वदेशी तकनीक से संभव नहीं हो। देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में रक्षा क्षेत्र प्रमुख भूमिका निभाएगा। 2025 तक रक्षा निर्यात महत्वपूर्ण स्तर तक पहुंचेगा।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डीआरडीओ और इसरो के समान बीडीएल एक महत्वपूर्ण रक्षा संगठन है। अपनी उपलब्धियों से बीडीएल ने देश की प्रतिष्ठा बढ़ाई है। श्री सिंह ने पिछले 50 वर्षों में बीडीएल द्वारा 1 लाख से ज्यादा मिसाइलें बनाने की उपलब्धि की सराहना की।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि विभिन्न देशों ने मिसाइल तकनीक की जवाबी कर्रवाई के लिए हवाई प्रतिरक्षा प्रणाली को विकसित किया है। उन्होंने सैन्य बलों के प्रतिरक्षा क्षमता को बढाने के लिए हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक को विकसित करने का आह्वान किया।
श्री सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की एक प्रतिमा का अनावरण किया। डॉ. कलाम ने इंटीग्रेटिड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट (आईजीएमजी) की परिकल्पना की थी। इस कार्यक्रम को 80 के दशक में प्रारंभ किया गया था। अपने विशेषज्ञों तथा संसाधनों का उपयोग करते हुए बीडीएल ने मिसाइलों का निर्माण किया। रक्षामंत्री ने कंपनी के कंचनबाग स्थित अत्याधुनिक इकाई का भी निरीक्षण किया।
कार्यक्रम में रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना को मध्यम दूरी के जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एमआर एसएएम) सौंपी। आईएएफ की तरफ से वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शन आर.के.एस. भदौरिया ने एमआर एसएएम प्राप्त किया।
बीडीएल की कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत रक्षामंत्री ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की वीर नारियों को सम्मानित किया। श्री सिंह ने इस अवसर पर आमंत्रित 22 वीर नारियों से बातचीत की।
रक्षमंत्री ने इब्राहिमपत्तनम में बीडीएल की निर्माणाधीन इकाई में वर्षा जल संचय सुविधा (जल निधि) का उद्घाटन किया। अनुमान है कि इस सुविधा से 24 लाख लीटर जल का संचय किया जा सकेगा और इससे भू-जल स्तर भी बेहतर होगा।
श्री राजनाथ सिंह ने बीडीएल, इब्राहिमपत्तनम में 5 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का भी उद्घाटन किया। यह रक्षा पीएसयू की पर्यावरण के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इससे पहले बीडीएल के चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक कमोडोर सिद्धार्थ मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने रक्षामंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ. जी. सतीश रेड्डी भी उपस्थित थे।