राजनाथ सिंह ने मुंबई की महागर्जना रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य की 48 लोकसभा सीटों में 46 भाजपा-शिवसेना की झोली में डालने की अपील की। बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स के एमएमआरडीए मैदान में जमा जनसमुदाय को देखकर उत्साहित भाजपा अध्यक्ष राजनाथ ने कहा कि आज मुंबई में जल सागर के किनारे जन सागर दिखाई दे रहा है। इसे देखकर कह सकता हूं कि भाजपा को स्पष्ट बहुमत हासिल करने से कोई रोक नहीं सकता। रैली में भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र की कांग्रेसनीत सरकार को भी धोने में पीछे नहीं रहे। भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी शिवसेना को रैली में आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन मुंबई में शिवसेना के प्रभाव को देखते हुए राजनाथ ने बाला साहब ठाकरे को याद कर जनसमुदाय का दिल जीत लिया। महाराष्ट्र के अन्य महापुरुषों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जब कभी भारत की आन-बान-शान पर हमला होता था, बाल ठाकरे उचित जवाब देते थे। महंगाई के मुद्दे पर केंद्र को घेरते हुए कहा कि पोखरण परमाणु परीक्षण के बाद भारत पर लगे विश्वव्यापी आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्ववाली राजग सरकार ने लगातार छह वर्ष तक महंगाई को बढ़ने नहीं दिया, जबकि 100 दिन में महंगाई कम करने का वायदा कर सत्ता में आई कांग्रेस के शासन में कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। सपा नेता नरेश अग्रवाल द्वारा मोदी को चाय बेचने वाला करार देने का करारा जवाब देते हुए पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा आइसक्रीम बेचकर, भारत के राष्ट्रपति रहे एपीजे अब्दुल कलाम अखबार बेचकर, अब्राहम लिंकन लकड़ी बेचकर अपने देश में शीर्ष पदों पर पहुंच सकते हैं, तो एक चायवाले का बेटा भारत का प्रधानमंत्री क्यों नहीं बन सकता? रैली में केंद्र पर जमकर बरसे मोदी ने महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार को भी नहीं बख्शा। मोदी के अनुसार, कांग्रेसनीत सरकारों ने जिस मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य घोषित करा दिया था, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के शासन में वही राज्य धान और गेहूं की फसलें उपजाने में पंजाब-हरियाणा को टक्कर देने लगा है। वहीं, कांग्रेसशासित महाराष्ट्र में आज भी किसानों को अकाल से जूझना पड़ता है और वे आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं।