भाजपा के खिलाफ पीछे से लडाई लड़ रही है कांग्रेस : राजनाथ

1n3 भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के अपने अध्यक्षीय भाषण में आप का नाम लिये बिना आरोप लगाया, ‘वह (कांग्रेस) कुछ दलों से मिलकर भाजपा के खिलाफ पीछे से लड़ाई लड़ रही है।` उन्होंने कहा, ‘मैं देश की जनता को दो टूक कहना चाहूंगा कि यदि कांग्रेस की पीछे से लड़ाई लड़ने की रणनीति सफल हो गयी तो देश में अस्थिरता उत्पन्न होगी। देश और विदेश के उदाहरण ये प्रमाणित करते हैं कि ऐसी अस्थिरता में या तो कोई ऐसा नेतृत्व उभरेगा जो भ्रष्टाचार में आकंठ डूब जाएगा अथवा ऐसा नेतृत्व उभर सकता है जो वोट बैंक की राजनीति के लिए सारे सामाजिक ताने बाने को छिन्न भिन्न करने लगेगा अथवा ऐसा नेतृत्व उभर सकता है जो राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खतरनाक समझौते करने लगेगा अथवा ऐसा नेतृत्व उभर सकता है जो अपरिपक्वता और अपनी छवि बनाने के चक्कर में लोकतंत्र को भीडतंत्र में बदलने लगेगा। उन्होंने कहा कि हमें ये ध्यान रखना होगा कि ‘लूट का बंटवारा’ करने वाले लोग तो जाने चाहिए परंतु ‘भानुमति का पिटारा’ लेकर सरकार चलाने वाले लोग भी नहीं आने चाहिए। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘भाजपा के अलावा किसी भी अन्य दल को दिया गया वोट, चाहे वह कांग्रेस विरोध की कितनी ही दुहाई दे रहा हो, कांग्रेस के खिलाफ हमसे ज्यादा तीखी भाषा का प्रयोग कर रहा हो, कभी भी कांग्रेस से हाथ मिला सकता है।’ भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया, ‘आज युग बदल रहा है, आज कांग्रेस समेत देश के कुछ अवसरवादी दल भाजपा को रोकने के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से हाथ मिला रहे हैं। स्वाभाविक है कि भारत की राजनीति के केन्द्र में अब भाजपा स्थापित हो चुकी है। अब भारत की राजनीति में कांग्रेस के युग का अंत और भाजपा युग का आरंभ हो चुका है।’ उन्होंने आगाह किया कि आम आदमी के कष्ट काटने और ध्वस्त हो रही संवैधानिक व्यवस्था को बहाल करने के लिए देश को एक मजबूत सरकार चाहिए परंतु कांग्रेस ऐसा नहीं चाहती क्योंकि उसे लगता है कि मजबूत सरकार आ गयी तो गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ की भांति शायद कांग्रेस के भविष्य पर ही प्रश्नचिह्न लग जाएगा। राजनाथ ने कहा कि ऐसे में भाजपा एक ‘मजबूत’ सरकार चाहती है पर कांग्रेस ‘मजबूर’ सरकार चाहती है ताकि 1977, 1989 और 1996 की भांति उस सरकार को एक दो वर्षों में अस्थिर करके सत्ता में वापसी की कोई जुगत बैठायी जा सके। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी पराजय मन ही मन स्वीकार कर ली है परंतु कांग्रेस राजनीति की बहुत चतुर और चालाक खिलाड़ी है । हम सबने देखा कि 10 साल तक कांग्रेस ने सरकार में एक मुखौटे की ओट लेकर पीछे से सारी शक्ति का संचालन और देश का दोहन किया है । अब कांग्रेस की रणनीति यह है कि अगले चुनाव में किसी भी प्रकार भाजपा को बहुमत के नजदीक पहुंचने से रोका जाए और इसके लिए उसने कुछ और शक्तियों की ओट लेकर भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार किया है।

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