जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि 1984 में हुई घटना को सिर्फ दंगा कहना सही नहीं है। उसे नरसंहार कहा जाना चाहिए। इसमें कई बेगुनाहों का कत्ल हुआ था। कत्लेआम में कई परिवार बर्बाद हो गए तो कइयों ने अपनों को खो दिया। यह भारतीय समाज व संस्कृति पर बदनुमा दाग है। 30 साल पहले हुई इस घटना का दर्द सिख पीडि़तों में आज भी है।