केंद्रीय गृह मंत्री ने स्मार्ट पुलिस पर राष्ट्रीय कार्यशाला की तैयारियों की समीक्षा की
केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने स्मार्ट पुलिस पर राष्ट्रीय कार्यशाला की तैयारियों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने 23 नवंबर, 2014 को गुवाहाटी में स्मार्ट पुलिस की अवधारणा को पुलिस महानिदेशकों/महानिरीक्षकों (डीजी/आईजी) के 49वें सम्मेलन में प्रस्तुत किया था। (स्मार्ट: एस-स्ट्रीक्ट एंड सेनसिटिव, एम-मॉर्डन एंड मोबाईल, ए-अलर्ट एंड एकाउंटेबल, आर-रिलायबल एंड रिपॉन्सिव तथा टी-टेक सेवी) ।
गृह मंत्रालय देश में पुलिस के कामकाज तथा उसकी छवि में और सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। समीक्षा बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने दूसरे देशों में प्रचलित पुलिस के श्रेष्ठ व्यवहारों की समीक्षा करने का निर्देश दिया तथा इन व्यवहारों को भारतीय पुलिस में लाने का निर्देश दिया। श्री राजनाथ सिंह ने पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो को श्रेष्ठ पुलिस व्यवहारों को अद्यतन बनाकर पुलिस पत्रिका निकालने का निर्देश दिया। उन्होंने अच्छे कार्य के लिए पुलिसकर्मी को पुरस्कृत करने के अतिरिक्त मंत्रालय से देश में श्रेष्ठ थानों का भी पुरस्कृत करने की संभावना तलाशने को कहा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट पुलिस प्रयासों के प्रति संवेदी बनाने के लिए वर्तमान पुलिस पदक योजना में उचित तौर-तरीके शामिल किए जाने चाहिए।
दिल्ली के पुलिस कमीश्नर श्री बी.एस. बस्सी ने स्मार्ट पुलिस अवधारणा को अपनाने में दिल्ली पुलिस के प्रयासों पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने पुलिस को जनसहज बनाने के लिए थानों को आधुनिक बनाने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि जन साधारण की सुविधा के लिए प्रक्रियाओं को सरल बनाने के उद्देश्य से दिल्ली पुलिस द्वारा विभिन्न ऐप लांच किए गए हैं। दिल्ली पुलिस जनसेवा देने की प्रणाली सुधार रही है और उसके द्वारा लांच किए गए कुछ एप्स में लॉस्टरिपोर्ट, हिम्मत ऐप तथा मोटर वाहन चोरी- मोबाइल तथा वेबऐप शामिल हैं।
बैठक में स्मार्ट पुलिस व्यवस्था तथा श्रेष्ठ व्यवहारों संकलन, बीपीआर एंड डी द्वारा स्मार्ट पुलिस पर नया वेबसाइट, खुप्तचर ब्यूरो द्वारा शहीदों के रिपोर्ट के लिए बेवसाइट तथा राज्यों की पुलिस और जिला पुलिस के वेबसाइटों को लिंक करने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव श्री एल.सी. गोयल गुप्तचर ब्यूरो के निदेशक श्री दिनेश्वर शर्मा, दिल्ली के पुलिस कमीश्नर श्री बीएस बस्सी, बीपीआरएंडडी के महानिदेशक श्री एनआर वासन तथा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।