रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने छावनी बोर्डों को उनके परिसरों के इर्द गिर्द रहने वाले गरीब लोगों के प्रति सहृदय बने रहने का आह्वान करते हुए कहा है कि ऐसे लोगों को सैन्य अधिकारियों से डरने की बजाए सुरक्षित महसूस करना चाहिए।
श्री सिंह आज यहां दिल्ली छावनी में उत्कृष्टता पुरस्कार वितरण समारोह के मौके पर बोल रहे थे।
रक्षा मंत्री ने समाज के गरीब तबके को सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं और गुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध कराने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहरायी। उन्होंने छावनी इलाकों में रहने वाले निम्न आय वर्ग के लोगों को बेहतर चिकित्सा और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने पर खुशी जाहिर की और उम्मीद जताई कि इन सेवाओं का लोगों की जरुरतों के हिसाब से विस्तार किया जाता रहेगा।
रक्षा संपदा महानिदेशालय की सराहना करते हुए, श्री राजनाथ सिंह ने कहा , “यह कहा जाता है कि संगठन बनाना तथा सम्मान और संपत्ति अर्जित करना कठिन काम है, हालांकि मेरे विचार से इनको संजोए रखना बनाने से अधिक कठिन काम है। आपका विभाग 17 लाख एकड़ से अधिक के क्षेत्र वाली रक्षा भूमि के प्रबंधन का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है, सशस्त्र बलों के तीनों अंगों की भूमि आवश्यकताओं को पूरा करने और देश के 62 छावनी क्षेत्रों के 20 लाख से अधिक निवासियों को जन सुविधाएं प्रदान करने का काम कर रहा है।”
रक्षा मंत्री ने विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “रक्षा संपदा संगठन का लक्ष्य सशस्त्र बलों के महत्वपूर्ण भूमि संबंधी हितों को सुरक्षित करना और छावनी क्षेत्र के नागरिकों की जरूरतों / आकांक्षाओं को पूरा करना है।” उन्होंने अधिकारियों को सुझाव दिया कि वह पहले से ही बेहतर प्रबंधन वाली सपंदाओं के प्रबंधन को और बेहतर बनाने के लिए समय समय पर कदम उठाएं।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि छावनी परिषदों ने “डिजिटल इंडिया” कार्यक्रम के तहत विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। “सार्वजनिक सेवाओं को तेज, कुशल और लोगों के लिए सुलभ बनाया गया है। एक एप बनाया गया है जिसके माध्यम से विभिन्न सेवाओं को लोगों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है जिससे उनकी शिकायतें संबंधित अधिकारियों तक समयबद्ध तरीके से पहुंच सकें, ”।
श्री सिंह ने कहा कि रक्षा भूमि पर पारंपरिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों के लिए उनके पास कई अनुरोध भेजे जाते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए तय नियमों को देखना होगा ताकि इस तरह अनुरोधों पर सकारात्मक तरीके से विचार किया जा सके।
रक्षा मंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान तथा अपने क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त कराने में छावनियों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने इस अवसर पर 2 अक्तूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर दिल्ली छावनी क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में खुद के भाग लेने का स्मरण किया ।
रक्षा संपदा पुरस्कार 2013 में स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता के साथ-साथ सार्वजनिक सेवाओं और भूमि प्रबंधन में नए अभिनव तरीकों तथा डिजिटलीकरण के क्षेत्र में उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए शुरू किया गया था।
पुरस्कार पाने वालों की सूची निम्नलिखित है:
क्र. सं. | श्रेणी | पुरस्कार विजेता |
1 | निशक्त बच्चों के लिए केन्द्रों की व्यवस्था. | कानपुर छावनी बोर्ड |
2 | छावनी बोर्डों के स्कूलों के काम काज के तरीकों में सुधार. | प्राथमिक / माध्यमिक/ स्कूल, पुणे छावनी बोर्ड |
3 | स्वच्छ छावनीस्वच्छ छावनी | दिल्ली छावनी बोर्ड और छावनी (श्रेणी –ए)अहमदाबार छावनी बोर्ड,अहमदाबाद (श्रेणी- बी) |
4 | डिजटलीकरण के क्षेत्र में उपलब्धि | दिल्ली छावनी बोर्ड |
5 | जन सेवाओं में अभिनव प्रयोग | मऊ छावनी बोर्ड |
6 | भूमि और रिकार्ड प्रबंधन | डीईओ, सिंकदराबाद सर्किल |
7 | छावनी अस्पताल में सुधार | पुणे छावनी बोर्ड |
इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने प्रतिबिंब 2019 शिर्षक से एक पुस्तिका भी जारी की। इस पुस्तिका में साल भर के दौरान सभी छावनी बोर्डों द्वारा स्वच्छ भारत अभियान और महात्मागांधी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में किए गए कार्यों का संक्षिप्त ब्यौरा और फोटो का संकलन है।
इस अवसर पर थल सेना प्रमुख बिपिन रावत, रक्षा वित्त सचिव श्रीमती गार्गी कौल, रक्षा संपदा महानिदेशक श्रीमती दीपा बाजवा और सेना तथा रक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।