पेट्रोलियम मंत्रालय में जासूसी का खुलासा इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) से मिली जानकारी के आधार पर हुआ. सूत्रों के मुताबिक आईबी ने सितंबर में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को इसकी जानकारी दी थी. आईबी के मुताबिक मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के दो अधिकारी शक के दायरे में हैं. आईबी इस केस में 6 महीने से काम कर रहा था.