अलगाववादी नेता मसरत आलम की रिहाई के मामले पर सोमवार को लोकसभा में हंगामे से शुरुआत हुई. पीएम मोदी ने लोकसभा में जवाब देते हुए कहा कि आलम की रिहाई से देश के आक्रोश के स्वर में मैं अपना स्वर मिलता हूं. जम्मू कश्मीर सरकार ने केंद्र सरकार से कोई सलाह नहीं ली थी. भारत सरकार को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी.