मोदी लहर पर सवार होकर संसद पहुंचे उत्तर प्रदेश के ज्यादातर भाजपा सांसद जनता से संवाद बनाने और उसे बढ़ाने में नाकाम रहे हैं। अगले साल पार्टी राय में चुनावी समर में उतरने जा रही है, लेकिन राजनीतिक जमीन तो दूर सोशल मीडिया पर भी भाजपा सांसद सक्रिय नहीं हैं।