लखनऊ में शुरू हुआ टाइटेनियम और सुपरअलॉय मटेरियल प्लांट भारत को क्रिटिकल रक्षा और एरोस्पेस मटेरियल बनाने वाले देशों की श्रेणी में शामिल करेगा: रक्षा मंत्री

Hindi Text of RM’s speech at the ‘Lokarpan Samaroh’ of Titanium & Superalloys Materials Plant in Lucknow.

आज, PTC Industries, और इसकी सहायक कंपनी, Aerolloy Technologies Limited द्वारा स्थापित, Strategic Materials Technology Complex में आकर मुझे बड़ी प्रसन्नता हो रही है। यहाँ बने विश्वस्तरीय Titanium और Superalloy Materials Plant का लोकार्पण करना मेरे लिए बड़े हर्ष का विषय है।

मुझे पूरा विश्वास है, कि यह unit, आने वाले समय में, हमारे defence sector के self-reliance की राह में, major milestone साबित होगी। मैं इस अवसर पर, PTC Industries Limited, से जुड़े सभी लोगों को, अपनी ओर से हार्दिक बधाई देता हूँ।

मैं आज, newly appointed personnels को, employment certificate प्राप्त करने पर उन्हें बहुत बहुत बधाई देता हूँ। यह आपके जीवन की नई यात्रा की शुरुआत है।

एक ऐसी यात्रा जो परिश्रम, समर्पण और राष्ट्र सेवा की भावना से भरी हुई होगी। मैं आप सब को, आपके भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएँ देता हूँ।

साथियों, आज जिस ‘Titanium और Superalloy Materials Plant’ का हम लोकार्पण कर रहे हैं, वह Aero-engine components, और Aerospace में titanium तथा super alloy के components बनाने वाली private sector की पहली manufacturing units में से एक है। आज के competitive युग में, जिस तरह से, नई-नई technologies आ रही हैं, उसे देखते हुए, ये सारी चीज़ें बड़ी important हो जाती हैं। क्योंकि technology के क्षेत्र में creator बनने के लिए, यह बहुत जरूरी है, कि हम उन technologies में use किये जाने वाले rare materials का production करें। बिना उसके हम technological progress को ensure नहीं कर सकते। इसलिए PTC का प्रयास, अपने आप में बड़ा सराहनीय है।

साथियों, आज जब मैं इस unit के लोकार्पण में, आप सबके बीच उपस्थित हुआ हूं, तो मैं आपसे इस तरह की units के importance पर, कुछ बातें करना चाहूँगा। हमने देखा है, कि आजादी के बाद से कई दशकों तक, हमारे defence और aerospace programmes के लिए, जिन advanced materials और critical technologies की आवश्यकता थी, उनके लिए हमें दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता था। इसके चलते Defence sector में, हमारी गति बड़ी धीमी रही। लेकिन आज यह जो project लखनऊ में शुरू हो रहा है, वह इस पूरी कहानी को बदलने में एक बड़ी भूमिका निभाएगा।

साथियों, एक बड़ी important बात यह भी है, कि आज यह जो inauguration हो रहा है, यह उत्तर प्रदेश की भूमि पर हो रहा है। यह important इसलिए है, कि आज से लगभग 8-10 साल पहले, यह सोचा भी नहीं जा सकता था, कि उत्तर प्रदेश इस तरह के industrial revolution को lead करेगा। पहले यह राज्य बदहाल law and order को लेकर चर्चा में रहता था, लेकिन अब यहां का माहौल पूरी तरह बदल चुका है। आज यूपी में law and order भी मजबूत है, और investor confidence भी बहुत ऊँचे स्तर पर है। आज का उत्तर प्रदेश पहले जैसा नहीं रहा। इसका श्रेय, उत्तर प्रदेश में जनप्रिय और यशस्वी मुख्यमंत्री, श्री योगी आदित्यनाथ जी को जाता है, जिनमें विकास की एक नई सोच दिखाई देती है।

आज आप देखिये, कि देश-विदेश से investors खुद उत्तर प्रदेश में आकर, factories, IT hubs, और research centres खोल रहे हैं।

लखनऊ, नोएडा, कानपुर, गोरखपुर, बनारस हर शहर में आज विकास की एक नई कहानी लिखी जा रही है। कुछ समय पहले लखनऊ में जो Global Investors Summit हुई थी, उसमें जिस उत्साह और भरोसे के साथ investors ने हिस्सा लिया, उसने साफ दिखा दिया, कि उत्तर प्रदेश अब देश का नया growth engine बन चुका है। इसी बदलते माहौल का असर है, कि जब PTC Industries ने इस project के लिए जगह तय की, तो उन्होंने लखनऊ को चुना। क्योंकि यहां सरकार की policies, industry friendly हैं, यहाँ शासन और प्रशासन, दोनों ही मिलकर industries को बढ़ावा दे रहे हैं, और सबसे बड़ी बात, यहां जनता में एक भरोसा है, कि जो काम शुरू किया जा रहा है, वह पूरी जिम्मेदारी और स्थिरता के साथ पूरा होगा।

साथियों, अगर इस project के माध्यम से क्षेत्रीय विकास और रोजगार के निर्माण की संभावना देखें, तो मुझे पूरा विश्वास है, कि लखनऊ में बना यह Strategic Materials Technology Complex, उत्तर प्रदेश के औद्योगिक नक्शे पर एक नया आयाम जोड़ने वाला है। इस project से सिर्फ सीधे तौर पर ही नहीं, बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से भी, हजारों लोगों के लिए, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

इसके अलावा, जब इतनी बड़ी industry बनती है, तो उसके आसपास सैकड़ों ancillary units और supplier industries भी develop होती हैं।

आने वाले समय में जब यह पूरा ecosystem develop होगा, तो लखनऊ और UP Defence Industrial Corridor एशिया के सबसे advanced manufacturing zones में शामिल होंगे। PTC Industries एक anchor industry के रूप में इस पूरे तंत्र के केंद्र में रहेगा, और इसके साथ सैकड़ों स्टार्टअप्स और MSMEs जुड़ेंगे, जो स्थानीय युवाओं को नई नौकरियाँ, training और technical experience के मौके देंगी। इससे लखनऊ, कानपुर, रायबरेली, प्रयागराज और बनारस जैसे शहरों में छोटे-छोटे manufacturing hubs और कई support industries पनपेंगी। गांवों और कस्बों के नौजवानों को, रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि उद्योग अब उनके अपने प्रदेश में आएँगे।

यह भी ध्यान देने वाली बात है, कि इस तरह के project में skilled manpower की बहुत ज़रूरत होती है। इसमें हमारे तकनीकी संस्थानों, जैसे IITs, polytechnics, engineering colleges के students को सीधा फायदा मिलेगा।

हमारे युवाओं को अब रोजगार के साथ-साथ आधुनिक तकनीक सीखने के मौके मिलेंगे। इसलिए मुझे लगता है, कि जब इस तरह का industrial development होता है, तो उससे केवल उद्योगों का ही विकास नहीं होता है, बल्कि वह समाज और शिक्षा दोनों को एक साथ बढ़ावा देता है। इससे एक नई innovation chain भी बनेगी, जो न केवल रक्षा तकनीक में आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करेगी, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नई उड़ान देगी।

इसलिए मुझे लगता है, कि यह सिर्फ एक plant नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की धरती पर आत्मनिर्भर भारत के vision का एक जीवंत उदाहरण है। यहाँ से जो यात्रा शुरू हुई है, वह न सिर्फ देश को तकनीकी रूप से मजबूत बनाएगी, बल्कि लाखों युवाओं के जीवन में नई रोशनी भी लेकर आएगी। और मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में यही उत्तर प्रदेश, भारत के defence manufacturing और aerospace innovation का एक बड़ा केंद्र बनेगा, और इस परिवर्तन की कहानी में आप सबका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।

मैं यहाँ के सभी engineers, researchers और workers को भी बधाई देता हूं। आप सब ही, इस project के असली चेहरे हैं।

आप लोग सिर्फ machines या alloys नहीं बना रहे हैं, आप भारत का भविष्य गढ़ रहे हैं। जैसा कि मैंने अभी जिक्र किया, कि Rare Earth Materials हमारे लिए बहुत जरूरी हैं। ये वही materials हैं, जो defence, space, electronics और यहाँ तक कि medical equipment तक में इस्तेमाल होते हैं। लेकिन सच्चाई यह है, कि आज भी दुनिया के कुछ चुनिंदा देशों के पास ही, इन materials को refine करने, और उनसे high-end products बनाने की क्षमता है।

इसलिए इस दिशा में भारत की तरफ से किया जा रहा प्रयास वाकई सराहनीय है। हमारे पास machines तो आ जाएंगी, हमारे पास technologies भी आ जाएँगी, लेकिन असली ताकत तो तब होगी, जब हम अपने materials, अपने components, अपनी chips और alloys खुद बना पाएंगे। आज यहां जो Titanium और Superalloy Materials Plant शुरू हुआ है, वह भारत को उन चुनिंदा देशों की श्रेणी में ले जाएगा, जो खुद अपनी critical defence और aerospace materials बना सकते हैं। इसका मतलब यह है, कि अब हमारे fighter jets, missiles, naval systems और satellites में इस्तेमाल होने वाले कई parts भारत में ही तैयार होंगे।

Material की importance को highlight करते हुए, कई बार एक बात कही जाती है, कि “Technology is power, but material is the real strength.” चाहे वह semiconductor chip हो, चाहे bullet material हो, या फिर चाहे engine turbine part हो, यह सब बिना strategic materials के संभव ही नहीं है। आप एक ऐसा foundation बना रहे हैं, जो आने वाले वर्षों में भारत की technological sovereignty को और मजबूत करेगा।

साथियों, technology केवल machines या algorithms तक सीमित नहीं होती, यह एक सोच है, एक mindset है। और आज भारत का mindset बदल रहा है। अब हम सिर्फ “Make in India” से भी आगे बढ़कर “Design, Develop and Deliver in India” के युग में प्रवेश कर चुके हैं।

साथियों, मुझे यह देखकर बड़ा अच्छा लगता है, कि private sector, भारत सरकार के साथ मिलकर defence production और research के इतने अहम क्षेत्र में काम कर रहे हैं। यह partnership अपने आप में Public-Private Partnership for National Security का एक important example है।

यह बताता है, कि अगर industry और government एक साथ कदम बढ़ाएं, तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं है।

हालाँकि मैं यह भी कहना चाहूँगा, कि यह बदलाव जो आया है, वह सिर्फ सरकार या industry तक सीमित नहीं रहना चाहिए। यह बदलाव युवाओं तक, हमारे दूसरे innovators तक, MSMEs तक और startups तक भी पहुंचना चाहिए। आने वाले समय में defence sector में जो नई संभावनाएं बन रही हैं, वो हमारे लिए सिर्फ business opportunity नहीं, बल्कि देश के लिए एक जिम्मेदारी भी हैं। आज आप लोग जो काम कर रहे हैं, वही आने वाली generation और innovators के लिए inspiration बनेगा।

सरकार अपने स्तर पर policies बना रही है, infrastructure तैयार कर रही है, policy support दे रही है। लेकिन असली काम, असली बदलाव तो आप जैसे लोगों के हाथों से हो रहा है। सरकार रास्ता दिखाती है, लेकिन उस पर चलना, उसे साकार करना आप सबका काम है।

बड़ी बात यह है, कि आप सब अपनी जिम्मेदारियों को समझ भी रहे हैं। आज भारत जिस तेज़ी से आगे बढ़ रहा है,

उसमें government के साथ-साथ private sector का योगदान भी अभूतपूर्व है। यह partnership हमारे देश को आगे ले जा रही है। एक रक्षा मंत्री के रूप में, मैं यह बात भी बड़ी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूँ, कि Defence manufacturing के क्षेत्र में भी, यह coordination, अब एक movement बन चुका है।

मैं अभी देख रहा था कि 50 एकड़ में फैला यह Strategic Materials Technology Complex, 1,000 करोड़ रूपये से भी ज़्यादा के निवेश से बना है। मुझे बताया गया कि यहाँ कई अत्याधुनिक सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं। जैसे Aerospace Precision Castings Plant, जहाँ aero-engines और gas turbines के लिए blades और vanes बनाए जाएंगे। एक Aerospace Forge Shop और Mill Products Plant भी बन रहा है, जो Titanium और Superalloys जैसी critical सामग्रियों के mill products तैयार करेगा। साथ ही Precision Machining Facility और Propulsion Systems Integration Facility भी स्थापित की जा रही है, जो भारत की रक्षा और एयरोस्पेस प्रणालियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

लेकिन मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि यह सारा विकास केवल machines और technology तक सीमित नहीं है इसमें एक सोच है, एक commitment है। आपने technology को nature के साथ balance करने की कोशिश की है। आपने यह दिखाया है कि sustainable growth सिर्फ एक concept नहीं, बल्कि एक ज़रूरत है। मैं देख रहा था, कि इस पूरे project में green technology और energy-efficient systems पर विशेष ध्यान दिया गया है। यह सोच वाकई सराहनीय है। Technology और nature को साथ लेकर चलना ही आज की असली ज़रूरत है। हमें सिर्फ strong systems नहीं, strong values भी चाहिए। और मैं मानता हूँ कि अगर सरकार की policies और आप लोगों के प्रयास इसी spirit के साथ चलते रहे, तो भारत आने वाले कुछ सालों में defence manufacturing का global hub बन जाएगा।

इसलिए मैं आप सभी से यही कहना चाहता हूँ, कि यह momentum बनाए रखिए। यह जोश और यह जिम्मेदारी, दोनों साथ रहनी चाहिए। सरकार अपनी तरफ से हर संभव सहयोग दे रही है, लेकिन असली सफलता तब मिलेगी, जब आप सब अपने innovation, dedication और passion से इसी प्रकार लगातार मिल-जुलकर मेहनत करेंगे।

मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ, कि आपके प्रयास, आपकी निष्ठा और आपकी देशभक्ति भारत को नई ऊँचाइयों तक लेकर जाएगी। आने वाले वर्षों में जब हम विकसित भारत के उस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे, तो आज का यह दिन और यह प्रयास उस सफलता की नींव के रूप में याद किया जाएगा। मैं आप सभी, और आपके परिवार को धनतेरस और दीपावली की मंगल कामनाएं देते हुए, अपनी बात समाप्त करता हूँ।

बहुत-बहुत धन्यवाद!!