मोदी प्रधानमंत्री बने तो देश भी गुजरात की तरह आबाद हो जायेगा: राजनाथ

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भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्षीय भाषण में आप का नाम लिये बिना कहा, ‘‘भाजपा के अलावा किसी भी अन्य दल को दिया गया वोट, चाहे वह कांग्रेस विरोध की कितनी ही दुहाई दे रहा हो, कांग्रेस के खिलाफ हमसे ज्यादा तीखी भाषा का प्रयोग कर रहा हो, कभी भी कांग्रेस से हाथ मिला सकता है।’’उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा भाजपा को सांप्रदायिक कहे जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ही है जो धार्मिक आधार पर लोगों को बांटने की राजनीति करती है। राजनाथ ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की नरेन्द्र मोदी के बारे में की गयी टिप्पणियों को लेकर उन पर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा था कि यदि मोदी प्रधानमंत्री बने तो यह विनाशकारी होगा । इस पर राजनाथ ने कहा कि मनमोहन सिंह का कार्यकाल विनाशकारी रहा है जबकि मोदी के नेतृत्व में गुजरात आदर्श राज्य बना।भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की लोकपाल विधेयक पारित कराने का श्रेय लेने की कोशिश को पाखंड बताते हुए कहा कि यह अन्ना हजारे के प्रयासों का नतीजा है और भाजपा नेताओं ने सरकार पर इसके लिए दबाव बनाया और इसे पारित कराने में पूरा समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस का जो पाखंड रहा है, वह काफी हास्यास्पद और मर्यादाओं के प्रतिकूल है। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद आज यहां रामलीला मैदान में शुरू हुई राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक में राजनाथ ने कहा कि भाजपा और उसके प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस राजनीतिक संघर्ष में अपने को बेहद बौना और कमजोर महसूस कर रही है। उनके विरूद्ध कांग्रेस दुष्प्रचार और कानूनी दांव पेंचों का सहारा ले रही है लेकिन कानूनी लडाई में भी कांग्रेस की पराजय हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज से नहीं कई सालों से, मोदी को वोट बैंक राजनीति के चलते बदनाम करने में लगी हुई है। राजनाथ ने कहा कि गुजरात में 2002 में जो कुछ हुआ, वह बेहद दु:खद था परंतु कुछ मायनों में इन दंगों को रोकने के लिए तत्कालीन प्रदेश सरकार ने जो प्रयत्न किये, उसकी कोई दूसरी मिसाल नहीं हो सकती । गुजरात सरकार द्वारा दंगा भडकने के बाद की गयी प्रभावी कार्रवाई के बावजूद आज तक कांग्रेस की गोद में खेल रहे संगठनों के द्वारा जिस जिस प्रकार के भी आरोप लगाये गये, उनकी जांच के लिए गुजरात सरकार ने पूरा सहयोग किया …. कई प्रमुख आरोपियों को कडी सजाएं भी हुईं। मोदी की पैरवी करते हुए उन्होंने कहा कि जिस ढंग से विगत 11 वर्षों से कांग्रेस मोदी के पीछे पडी है, वह सर्वथा अनुचित है । यदि एक मामले में अदालत बरी करे तो सरकार कोई न कोई प्रपंच तैयार रखती है जबकि दूसरी तरफ 1984 के दंगों में कांग्रेस ने आज तक कितने लोगों को सजा करायी है ? उलटे उनके नेताओं पर तो सीबीआई ने ‘क्लोजर रिपोर्ट’ तक लगा दी। भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘आज युग बदल रहा है, आज कांग्रेस समेत देश के कुछ अवसरवादी दल भाजपा को रोकने के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से हाथ मिला रहे हैं। स्वाभाविक है कि भारत की राजनीति के केन्द्र में अब भाजपा स्थापित हो चुकी है । अब भारत की राजनीति में कांग्रेस के युग का अंत और भाजपा युग का आरंभ हो चुका है।’’ उन्होंने आगाह किया कि आम आदमी के कष्ट काटने और ध्वस्त हो रही संवैधानिक व्यवस्था को बहाल करने के लिए देश को एक मजबूत सरकार चाहिए परंतु कांग्रेस ऐसा नहीं चाहती क्योंकि उसे लगता है कि मजबूत सरकार आ गयी तो गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ की भांति शायद कांग्रेस के भविष्य पर ही प्रश्नचिहन लग जाएगा। राजनाथ ने कहा कि ऐसे में भाजपा एक ‘‘मजबूत’’ सरकार चाहती है पर कांग्रेस ‘‘मजबूर’’ सरकार चाहती है ताकि 1977, 1989 और 1996 की भांति उस सरकार को एक दो वषो’ में अस्थिर करके सत्ता में वापसी की कोई जुगत बैठायी जा सके । उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी पराजय मन ही मन स्वीकार कर ली है परंतु कांग्रेस राजनीति की बहुत चतुर और चालाक खिलाडी है। हम सबने देखा कि 10 साल तक कांग्रेस ने सरकार में एक मुखौटे की ओट लेकर पीछे से सारी शक्ति का संचालन और देश का दोहन किया है। अब कांग्रेस की रणनीति यह है कि अगले चुनाव में किसी भी प्रकार भाजपा को बहुमत के नजदीक पहुंचने से रोका जाए और इसके लिए उसने कुछ और शक्तियों की ओट लेकर भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार किया है।

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